मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सोमवार 8 जनवरी को विधायक पद की शपथ ली। कमलनाथ के साथ एक और नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायक सोहन वाल्मीकि ने विधायक पद की शपथ ली। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने दोनों नेताओं को विधायक पद की शपथ दिलाई।
इस बीच उनसे पूछा गया कि ऐसी चर्चा है कि शीर्ष नेतृत्व आपसे नाराज है और इसलिए आपको पीसीसी पद से हटा दिया गया है। इस सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा शीर्ष नेतृत्व से पूछिए, जितेन्द्र सिंह से पूछिए। केंद्र में रहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं मध्यप्रदेश में रहूंगा।
आपको बता दें कि पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ पिछले एक महीने से विदेश दौरे पर थे। एक महीने बाद सोमवार 8 जनवरी को कमलनाथ भोपाल लौटे हैं। चुनाव के बाद सभी नवनिर्वाचित विधायकों ने 18 और 19 दिसंबर को विधायक पद की शपथ ली। हालांकि, उस वक्त कमलनाथ ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को छुट्टी की अर्जी दे दी थी।
पूर्व सीएम कमल नाथ के साथ एक और कांग्रेस नेता सोहन वाल्मीकि ने भी शपथ ली। दरअसल, सोहन वाल्मीकि पारिवारिक कारणों से 18-19 दिसंबर को शपथ नहीं ले सके थे। वहीं कांग्रेस के विधायक सचिन यादव शपथ लेने के लिए नहीं पहुंचे। अब केवल सचिन यादव ही शपथ लेने के लिए बचे हुए हैं।