भोपाल: प्रदेश में 3 विशेष जनजाति समूह (पीवीटीजीएस यानि पर्टीकुलर वनरेबल ट्रायबल ग्रुप्स) सहरिया, बैगा एवं भारिया निवासरत है। इन्हें वनाधिकार कानून के तहत हेबीटेट्स राईट्स प्रदान किये गये हैं।
यह राईट्स उक्त जनजाति समूह को प्राकृतिक एवं पर्यावास अधिकार देती है। सहरिया जनजाति जिला भिंड, मुरैना, श्योपुर, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, गुना एवं अशोकनगर में निवास करती है। बैगा जनजाति जिला मंडला, डिंडौरी, बालाघाट, उमरिया, शाहडोल एवं अनूपपुर में निवास करती है।
भारिया जनजाति जिला छिंदवाड़ा के पातालकोट में निवास करती है। जिला डिंडौरी के बैगाचाक के 7 बैगा बाहुल्य ग्रामों में विशेष पिछड़ी जनजाति समूह (पीवीटीजीस) के हेबीटेट्स राइट्स प्रदान किये गए हैं। जिला मंडला में बैगा जनजाति बाहुल्य 16 ग्रामों के हेबीटेट्स राइट्स को मान्यता प्रदान की गयी है। जिला छिंदवाड़ा के विकासखंड तामिया में पातालकोट में स्थित 12 भारिया जनजाति के ग्रामों में हेबीटेट्स राइट्स को मान्यता प्रदान की गयी है।
वन मुख्यालय के एपीसीसीएफ विकास यूके सुबुध्दि ने बताया कि हेबीटेट्स राई्स के तहत इन जनजाति समूहों को अनेक सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाता है। इन जातियों के लोगों को बेदखल नहीं किया जाता है। इनके विकास हेतु विकास प्राधिकरण भी बनाये गये हैं।