अरोमा थेरेपी से पाएं नेचुरल निखार, तनाव से भी रहे दूर


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स्टोरी हाइलाइट्स

अरोमा थेरेपी से न केवल शरीर, बल्कि दिमाग को भी तनाव से दूर रखा जा सकता है..!

खूबसूरती के साथ सेहत का भी ख्याल रखना हो तो अरोमा थेरेपी बेहतरीन उपाय है। इससे न केवल शरीर, बल्कि दिमाग को भी तनाव से दूर रखा जा सकता है। किस तरह अपनाएं इसे आइए जानते हैं-

क्या है प्रक्रिया-

यह थेरेपी स्टीम देने के साथ शुरू होती है, जिससे पोर्स गहराई से साफ हो जाते हैं। इस दौरान पानी में जो तेल डाले जाते हैं, वे त्वचा के रोम छिद्रों में अपना काम करना शुरू कर देते हैं।

एक्सफोलिएशन : फेशियल के दौरान त्वचा को एक्सफोलिएट किया जाता है, इससे शरीर से डेड स्किन हटती है और स्मूच हो जाती है।

रिलैक्सेशन : इस पूरी प्रक्रिया से शरीर को आराम मिलता है और ऊर्जा व ताजगी का एहसास होता है।

एक्सपर्ट सलाह- 

इसमें इस्तेमाल होने वाले प्राकृतिक तेल शरीर में एंटी बैक्टीरिया को क्रियान्वित करते हैं। और इसकी वजह से त्वचा खिली-खिली नजर आती है। इससे त्वचा पर बने दाग व झुर्रियां भी कम हो जाती हैं। इस थेरेपी के बाद त्वचा में कोमलता आ जाती है। 

त्वचा की देखरेख के लिए थेरेपी में मॉइश्चराइजिंग लोशन, क्लींजिंग क्रीम व दूध आदि का इस्तेमाल कर सकती हैं। दरअसल, इसमें इस्तेमाल होने वाले तेल हमारे शरीर में एंटी बैक्टीरियल क्षमता बढ़ा देते हैं, जिसकी वजह से त्वचा से संबंधित परेशानियां जल्दी खत्म हो जाती हैं।

ड्राई स्किन-

रोज या जिरेनियम एसेंशियल ऑयल ड्राई स्किन पर काफी असरदार होता है। ये दोनों ऑयल्स त्वचा को नमी देकर उसे चमकदार बनाते हैं।

ऐसे करें इस्तेमाल : दोनों ऑयल्स की दो-दो बूंद लें और नियमित रूप से मॉइश्चराइजर की तरह इस्तेमाल करें या सप्ताह में दो-तीन बार हल्के हाथों से चेहरे पर मसाज करें। इससे आपको मिलेगी एक हेल्दी और चमकदार त्वचा। आप चाहें तो टी ट्री ऑयल को बादाम तेल के साथ मिलाकर भी इसका इस्तेमाल कर सकती है।

अपनी त्वचा को हमेशा युवा बनाए रखना हो तो नेचुरल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे त्वचा को नुकसान नहीं होता और निखार भी बना रहता है। 

अरोमा थेरेपी में प्रेशर पॉइंट्स पर दबाव डालकर शरीर को रिलैक्स किया जाता है ताकि स्वस्थ और ग्लोइंग त्वचा मिल सके। एसेंशियल ऑयल से यह निखार लंबे समय तक बना रहता है। इसमें नेचुरल प्लांट्स के एक्स्ट्रैक्ट और ऑयल्स का इस्तेमाल किया जाता है। ये एशियल मनमोहक और खुशबूदार फील देने के साथ ही शरीर के मस्क्यूलर सिस्टम को भी एक्टिव कर देते हैं। अलग-अलग स्किन टाइप के लिए अलग तरह के ऑयल्स का इस्तेमाल करना चाहिए।

ऑयली स्किन-

ऐसी स्किन के लिए टी ट्री ऑयल त्वचा को पोषण देने का काम करता है। खासतौर पर यह ऑयली त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद है। मुहांसों की समस्या के अलावा दाग-धब्बों पर भी इसका जादुई असर होता है।

ऐसे करें इस्तेमाल : रोजाना लोशन के साथ एक बूंद टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल करें। इसे सीधे दाग वाली जगह पर लगा सकते हैं। लेमन एसेंशियल ऑयल भी ऑयली स्किन और एक्ने जैसी परेशानी से छुटकारा दिलाने में कारगर है।

एजिंग स्किन-

महं या लोबान एसेंशियल ऑयल में हीलिंग और एंटीसेप्टिक तत्व पाए जाते हैं। और यह हर स्किन टाइप को सूट करता है। यह उम्र बढ़ने के साथ होने वाली स्किन की परेशानियों को दूर करता है।

ऐसे करें इस्तेमाल: महं या पचुरी ऑयल को 30 मिली ऑलिव ऑयल या बादाम के तेल में मिला लें और मसाज ऑयल की तरह इसका इस्तेमाल करें।