Indore News: इंदौर में PM मोदी ने किया ईएसआईसी हॉस्पिटल का वर्चुअल उद्घाटन, कहा- 500 साल बाद घर लौटे राम


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स्टोरी हाइलाइट्स

Indore News: इंदौर के नंदा नगर में 350 करोड़ रुपये की लागत से बने अस्पताल का उद्घाटन किया गया, अस्पताल में 500 बिस्तरों की क्षमता के साथ आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं होंगी..!!

Indore News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को इंदौर के नंदनगर में 350 करोड़ रुपये की लागत से बने ईएसआईसी अस्पताल का उद्घाटन किया। समारोह में वर्चुअली शामिल हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह दिवाली ऐतिहासिक है। पांच सौ साल बाद राम को अपने घर अयोध्या आने का ऐसा अवसर मिला है। मंदिर हजारों दीपों से जगमगाएगा। इससे पहले राम 14 साल बाद अयोध्या लौटे थे।

आपको बता दें कि इंदौर के नंदा नगर में 350 करोड़ रुपये की लागत से बने अस्पताल का उद्घाटन किया गया। अस्पताल में 500 बिस्तरों की क्षमता के साथ आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं होंगी। ओपीडी के अलावा एमआरआई, सोनोग्राफी और एक्स-रे विभाग स्थापित किए गए हैं। 

अस्पताल में भर्ती मरीजों को भी दोनों समय भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। बीमा अस्पताल के उद्घाटन के मौके पर मंत्री प्रहलाद पटेल, तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्य मित्र भार्गव, विधायक रमेश मैंदोला भी मौजूद रहे।

पीएम मोदी ने कहा कि इस बार 500 साल बाद ये इंतजार खत्म हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि नया भारत दुनिया को अपने प्राचीन अनुभव दे रहा है। दुनिया के कई देश आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में टेक्नोलॉजी जोड़ रही है ताकि स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हो सकें। 

हम उस पृष्ठभूमि से आते हैं जहां परिवार के किसी सदस्य के बीमार पड़ने पर तनाव होता था। गंभीर बीमारी के इलाज के लिए जमीन और गहने बेच दिए, पैसे के अभाव में इलाज न करा पाने की मजबूरी बर्दाश्त नहीं कर सका, इसलिए आयुष्मान भारत योजना का जन्म हुआ। इसलिए हमने तय किया है कि गरीबों के इलाज का 5 लाख रुपये का खर्च सरकार उठाएगी। 

लोगों को संकट से निकालने की योजना पहले कभी नहीं बनी। इस योजना का विस्तार हो रहा है। अब 70 साल से अधिक उम्र के लोगों को अस्पताल में मुफ्त इलाज मिलेगा। उन वरिष्ठजनों का आयुष्मान आयु कार्ड बनाया जाएगा। यह योजना सभी आय वर्ग के लोगों के लिए है।

नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि 40 साल पहले भी यहां अस्पताल था, लेकिन सुविधाएं नहीं थीं। यहां मरीजों को लाल और पीली दवाएं दी गईं। गंभीर मरीजों को एमवाय अस्पताल रेफर किया जाता था, लेकिन मोदी सरकार में इसे आधुनिक अस्पताल में बदल दिया गया। इससे क्षेत्र के लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार भी मिलेगा।