Khajuraho News: बॉलीवुड एक्टर राजा बुंदेला पर 33 लाख की धोखाधड़ी का आरोप, युवक की CM के सामने आत्मदाह की चेतावनी


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स्टोरी हाइलाइट्स

Khajuraho News: खजुराहो फिल्म फेस्टिवल के आयोजक राजा बुंदेला पर ट्रैवल कारोबारी साकेत गुप्ता ने 33 लाख रुपये न चुकाने का आरोप लगाया है, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के शिकायत नजरअंदाज किए जाने पर साकेत ने आत्महत्या करने की धमकी भी दी..!

Khajuraho Film Festival News: विश्व प्रसिद्ध खजुराहो में चल रहे अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के आयोजक फिल्म अभिनेता राजा बुंदेला सवालों के घेरे में हैं। अभिनेता पर धोखाधड़ी करने के आरोप लगे हैं। ये आरोप किसी और ने नहीं बल्कि एक व्यापारी ने लगाए हैं, वो भी मीडिया के सामने।

फिल्म अभिनेता राजा बुंदेला पर टूर एंड ट्रैवल्स कारोबारी साकेत गुप्ता ने गंभीर आरोप लगाए हैं। साकेत का कहना है कि राजा बुंदेला ने उन्हें खजुराहो फिल्म फेस्टिवल और ओरछा राम फेस्टिवल के लिए टिकट बुकिंग और परिवहन का काम सौंपा था, लेकिन अभी तक 33 लाख रुपये का भुगतान नहीं किया है।

अभियोजक साकेत गुप्ता का आरोप है कि वह अपने पैसे के लिए लगातार राजा बुंदेला से संपर्क कर रहे हैं, लेकिन हर बार उन्हें केवल तारीख दी जाती है। दरअसल हुआ यूं, कि नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय खजुराहो पहुंचे। इसी दौरान व्यापारी साकेत गुप्ता ने मंत्री जी की प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की। इसके बाद मंत्री जी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। 

साकेत ने खजुराहो पहुंचे मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से मामले की शिकायत की, लेकिन मंत्री ने कोई ध्यान नहीं दिया। निराश होकर साकेत ने चेतावनी दी कि अगर उसकी बात नहीं मानी गई तो वह मुख्यमंत्री के सामने आत्महत्या कर लेंगे।

साकेत गुप्ता ने राजा बुंदेला के कई ऑडियो भी जारी किए हैं, जिसमें राजा पैसे के भुगतान का आश्वासन देते हुए कहते सुनाई दे रहे हैं कि उन पर सरकार का 60 लाख रुपये बकाया है। इन ऑडियो क्लिप के वायरल होने से फिल्म फेस्टिवल विवादों में आ गया है।

अब इस मामले में पीड़ित व्यक्ति/व्यवसायी की ओर से राजा बुंदेला द्वारा खजुराहो थाना पथाना में शिकायत दर्ज कराई गई है और इसकी एक प्रति खजुराहो फिल्म फेस्टिवल के लेटर हेड पर एसपी के नाम दर्ज कराई गई है। जिसमें शिकायतकर्ता नाम शिवम सिंह, प्रसाद प्रोडक्शंस प्राइवेट लिमिटेड लिखा गया है।

इससे पहले भी खजुराहो फिल्म फेस्टिवल पर स्थानीय कलाकारों और कारोबारियों की उपेक्षा का आरोप लग चुका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह महोत्सव केवल बाहरी कलाकारों को बढ़ावा देता है, जबकि स्थानीय लोगों को उनके काम के लिए भुगतान भी नहीं किया जाता है।