Mohan Cabinet Expansion: मध्य प्रदेश में मोहन यादव सरकार का दूसरा कैबिनेट विस्तार सोमवार सुबह 9 बजे हुआ। श्योपुर के विजयपुर से छह बार विधायक रहे रामनिवास रावत ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। खास बात यह है कि हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव के दौरान रावत कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे।
हालाँकि, उन्होंने फिर भी कांग्रेस विधायक के रूप में विधान सभा की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया। रविवार को मुख्यमंत्री कार्यालय (मध्य प्रदेश सीएमओ) से फोन आने के बाद राम निवास रावत के समर्थकों और शुभचिंतकों के बीच बधाई संदेश आने शुरू हो गए।1 रावत रविवार रात ही अपने पूरे कारवां के साथ भोपाल के लिए रवाना हो गए।
रामनिवास रावत ने अपना राजनीतिक सफर 1986 में शुरू किया था। तब वह यूथ कांग्रेस से जुड़े थे। इसके बाद उन्होंने 1990 में विजयपुर से पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई। इसके बाद 1993 में भी वह विजयपुर से विधायक चुने गये। दूसरी बार विधायक बनने के साथ ही उन्हें दिग्विजय सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया।
इसके बाद रावत 2003, 2008 और 2013 में भी विजयपुर से विधायक बने। रामनिवास रावत ने 2018 का विधानसभा चुनाव भी लड़ा था, लेकिन इस बार उन्हें मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद रावत ने 2019 का लोकसभा चुनाव मुरैना लोकसभा सीट से लड़ा। उन्हें बीजेपी के दिग्गज नेता नरेंद्र सिंह तोमर ने हराया था।
पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में वह कांग्रेस के टिकट पर छठी बार विजयपुर से विधायक बने। हालांकि, लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया था। रावत इस साल 30 अप्रैल को मुख्यमंत्री मोहन यादव की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए थे। रामनिवास रावत मध्य प्रदेश की राजनीति का बड़ा ओबीसी चेहरा हैं।