भोपाल: इस साल प्रदेश में वन विभाग की प्रशासनिक सक्रियता के कारण लक्ष्य से अधिक तेन्दूपत्ते का संग्रहण हुआ है। राज्य लघु वनोपज संघ की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल तेंदूपत्ते के संग्रहण का लक्ष्य 16 लाख 10 हजार मानक बोरा का था परन्तु संग्रहण लक्ष्य से अधिक 16 लाख 58 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया गया है।
इसमें से 16 लाख 54 हजार मानक बोरा का व्यापारियों को 5 हजार 696 रुपये प्रति मानक बोरा की औसत दर से विपणन कर दिया गया है जिससे अब तक 942 करोड़ 22 लाख रुपयों की आय हो गई है। संग्रहण मजदूरी के रुप में लघु वनोपज संघ ने 625 करोड़ रुपये संग्राहकों को भुगतान हेतु जिला यूनियनों को जारी किये हैं।
पिछले साल वर्ष 2023 में 16 लाख मानक बोरा संग्रहण के लक्ष्य के विरुध्द 12 लाख 7 हजार मानक बोरा ही संग्रहित हुआ था जिससे 5 हजार 165 रुपये प्रति मानक औसत दर से 623 करोड़ 42 लाख रुपयों की आय हुई थी।
पेसा नियमों के तहत संग्रहण भी अच्छा रहा:
इस बार पेसा नियम के तहत 243 ग्राम सभाओं ने स्वयं से तेंदूपत्ता संग्रहण करने एवं उसका विक्रय करने हेतु सहमति दी थी इन ग्राम सभाओं का 15 हजार 828 मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण करने का लक्ष्य दिया गया था और यह संग्रहण लक्ष्य से अधिक 22 हजार 277 मानक बोरा हुआ जो लक्ष्य से 140.26 प्रतिशत अधिक रहा।