पारिवारिक दुख के बाद भी निरंतर शासकीय कार्यों का संपादन कर रहे एमपी CM, CIDC-ICC सम्मेलन में वर्चुअली शामिल


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स्टोरी हाइलाइट्स

सीएम डॉ. मोहन यादव शिक्षक दिवस के अवसर पर सीआईडीसी आईसीसी सम्मेलन 2024 में वर्चुअली सम्मिलित हुए..!!

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उनका परिवार इस समय गहन दुख से गुज़र रहे हैं। पारिवारिक दुखद घटना के बाद भी सीएम यादव प्रदेश के सभी जिलों पर नजर बनाये हुए हैं। पिता की अस्थियां विसर्जित करने के बाद सीएम मोहन यादव काम पर लौट आए हैं। 

सीएम डॉ. मोहन यादव शिक्षक दिवस के अवसर पर सीआईडीसी आईसीसी सम्मेलन 2024 में वर्चुअली सम्मिलित हुए। सीएम ने सुबह 11 बजे उज्जैन स्थित मुख्यमंत्री निवास से निर्माण उद्योग विकास परिषद द्वारा एम्प्री, भोपाल में आयोजित सम्मेलन में वर्चुअली हिस्सा लिया।

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इस दौरान सीएम डॉ. मोहन यादव ने "बुनियादी ढांचे के निर्माण के क्षेत्र में नवाचारों का समावेश" विषय पर सेमिनार प्रतिनिधियों को संबोधित किया। कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री डेवलपमेंट काउंसिल की ओर से आयोजित सेमिनार में देशभर से प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। 

सम्मेलन का सीएम यादव ने उज्जैन से वर्चुअल उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने शिक्षक दिवस के अवसर पर महत्वपूर्ण कार्यक्रम के आयोजन के लिए सभी को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आज सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को समर्पित शिक्षक दिवस पर हमें नई प्रेरणा मिलेगी।

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सीएम ने आगे कहा- जैसा कि आप सभी जानते हैं, भारतीय संस्कृति में गुरु शिष्य परंपरा का विशेष महत्व है. इसे देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने गुरु पूर्णिमा का पर्व सरकारी स्तर पर मनाने का फैसला किया है। कुलपतियों का नाम बदलकर कुलगुरु करने पर भी खुशी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आर्थिक प्रगति के राजमार्ग पर पूरी रफ्तार से दौड़ रहा है। बुनियादी ढांचा रीढ़ की हड्डी के रूप में कार्य करता है जिस पर आर्थिक और समावेशी विकास नीतियां आकार लेती हैं। प्रौद्योगिकी की शक्ति को पहचानें और समाज के कल्याण के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए इसका सदुपयोग करें। ताकि इस पीढ़ी के साथ-साथ अगली पीढ़ी को भी लाभ मिल सके।

मुख्यमंत्री श्री यादव ने कहा कि बुनियादी ढांचा क्षेत्र में समावेशी विकास की संभावनाओं पर आयोजित सम्मेलन में भाग लेकर उन्हें गर्व हो रहा है। सम्मेलन में आधारभूत संरचना, पर्यावरण, स्वास्थ्य, नवाचार आदि संभावनाओं पर समग्रता से विचार किया जाना चाहिए।

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सीएम ने कहा, नई तकनीक के युग में एक मंच पर लगातार चर्चा से ही समावेशी विकास के नए रास्ते मिलेंगे। राज्य के सुधार एवं निर्माण के लिए हर संभावना तलाशी जानी चाहिए। इस सेमिनार में कई स्टार्टअप प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।

एडवांस्ड मैटेरियल्स एंड प्रोसेस इंस्टीट्यूट, भोपाल (AMPRI) के दो दिवसीय सेमिनार से कई सीएसआरआई संस्थान जुड़े हुए हैं। इसमें सीबीआरआई रूड़की, सीआरआरआई दिल्ली, एसईआरसी चेन्नई और सीएमईआर दुर्गापुर भी शामिल हैं।

इस अवसर पर राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर, संचालक एम्प्री डॉ. अवनीश श्रीवास्तव, कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री डेवलपमेंट काउंसिल के महानिदेशक डॉ. पी.आर. स्वरूप, पूर्व डीजीपी एवं अध्यक्ष आईसीसी चैप्टर स्वराज पुरी, वैज्ञानिक डॉ. पी. अशोकन एवं डॉ. मनीष मोद्गिल विशेष रूप से उपस्थित रहे।