MP Election 2023: टिकट मिलने के बाद उम्मीदवार ने ली बीजेपी सदस्यता, वहीं पूर्व मंत्री बदलना चाहते हैं सीट


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स्टोरी हाइलाइट्स

उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद इससे जुड़ी कई दिलचस्प कहानियां और किस्से भी सामने आ रहे हैं..!

मध्यप्रदेश में बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के लिए 39 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। इसके बाद से ही यहां उठा-पटक शुरु हो गई है। उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद इससे जुड़ी कई दिलचस्प कहानियां और किस्से भी सामने आ रहे हैं। इसमें एक नाम ऐसा है जो टिकट मिलने के बाद बीजेपी दफ्तर में सदस्यता लेने पहुंचा। इसी तरह एक उम्मीदवार ने अपनी सीट बदलने की इच्छा जताई है।

मंडला की बिछिया विधानसभा सीट से बीजेपी डॉ. विजय आनंद मरावी को अपना उम्मीदवार बनाया है। उन्हें नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज, जबलपुर के सह-प्रिंसिपल के रूप में नियुक्त किया गया है। इससे भी दिलचस्प बात यह है कि टिकट मिलने के बाद डॉ.विजय आनंद मारवी पार्टी की सदस्यता लेने के लिए मंडला स्थित बीजेपी कार्यालय पहुंचे।

मंडला बीजेपी अध्यक्ष भीष्म द्विवेदी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। पता चला है कि डॉ.विजय आनंद मारवी ने पार्टी की सदस्यता ले ली साथ ही गुरुवार सुबह ही सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे दिया। गौरतलब है कि 2018 के चुनाव में आदिवासियों के लिए आरक्षित बिछिया सीट से कांग्रेस के नारायण सिंह पट्टा (कुल वोट 76544) जीते थे। उन्होंने बीजेपी के डॉ. शिवराज शाह को हराया था। वे कुल 55156 वोट से पराजित हुए।

दूसरी ओर, डिंडौरी जिले की शाहपुरा अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट से भाजपा उम्मीदवार बनाए गए पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे ने पार्टी में तनाव बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि वह डिंडोरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। धुर्वे ने कहा कि वे एक बार पार्टी आलाकमान के सामने अपनी बात रखेंगे।

लंबे समय से डिंडोरी विधानसभा सीट से चुनाव की तैयारी कर रहे धुर्वे ने कहा कि वह कांग्रेस विधायक ओमकार मरकाम के खिलाफ चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। दरअसल, 2018 के विधानसभा चुनाव में कैबिनेट मंत्री रहे ओम प्रकाश धुर्वे कांग्रेस के ओमकार मरकाम से 30 हजार से ज्यादा वोटों से हार गए थे।

भारतीय जनता पार्टी ने 2023 विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली सूची में नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव से महेंद्र नागेश को टिकट दिया है। महेंद्र नागेश कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल के पसंदीदा माने जाते हैं। मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश जाटव यहां से अपनी सीट हार गए थे। कैलाश जाटव को जबलपुर पूर्व विधानसभा सीट से भी टिकट का दावेदार माना जा रहा था, लेकिन पूर्व विधायक आंचल सोनकर ने बाजी मार ली।

वहीं भारतीय जनता पार्टी ने लांजी विधानसभा क्षेत्र में एक नया प्रयोग किया है। पार्टी ने यहां अपने असंतुष्ट कार्यकर्ताओं को मनाने का काम किया है। पार्टी ने लांजी से राजकुमार कर्रे को टिकट दिया है, जबकि राजकुमार पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे। वह कुछ दिन पहले ही भारतीय जनता पार्टी में वापस आए हैं। इसी तरह, बालाघाट जिले की बरघाट सीट से पार्टी ने एक बार फिर पूर्व विधायक कमल मर्सकोले को मैदान में उतारा है, जबकि उन्होंने मजबूत दावेदार होने के बावजूद 2018 का चुनाव नहीं लड़ा था।