MP Forest: जबलपुर के नामचीन जयश्री टिम्बर पर छापा, लाखों की लकड़ियां बरामद


स्टोरी हाइलाइट्स

MP Forest: वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस मामले में बड़ा खुलासा किया जाएगा..!!

MP Forest: डीएफओ जबलपुर ऋषि मिश्रा के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने जयश्री टिंबर के यहां छापा मारकर अवैध रूप से रखी सागौन की लकड़ियां जब्त किया। इस पूरे मामले में वन तस्करों के बडे़ गिरोह का संलिप्तता होने की संभावना जताई जा रही है। जयश्री टिम्बर के संचालक से पूछताछ की जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस मामले में बड़ा खुलासा किया जाएगा।

वन मंडल अधिकारी ऋषि मिश्रा ने बताया कि सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात करीब 1 बजे वन विभाग की गश्ती दल को महानद्दा स्थित जयश्री टिंबर में आरा मशीनें चलने की आवाजें सुनाई दी। जिसके बाद गश्त दल ने तत्काल इस बात की सूचना वन परिक्षेत्र अधिकारी अपूर्व शर्मा को दी। चुंकि वहां वाहन में सागौन लोड़ नजर आ रही थी। लिहाजा वन परिक्षेत्र अधिकारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे।

टीम ने अंदर जाकर देखा तो आरा मशीन चालू थी और लकड़िया काटी जा रही थी। जबकि, नियम यह है कि सुर्यास्त के बाद आरा मशीन में लकड़ियों की चिराई नही की जा सकती है। टीम ने आगे पड़ताल की तो जो सागौन वाहन में लोड़ थी और काटी जा रही थी।

उसके संबंध में कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए जा सके। जिसके बाद आरा मशीन को सील कर दिया गया। वहीं, मौके से करीब 2 से ढ़ाई लाख की सागौन को जप्त किया गया है। हालांकि, नपाई के बाद वास्तविक कीमत सामने आ सकेगी।

मंडला के जंगल से आ रही सागौन-

जयश्री टिंबर से बरामद हुई सागौन के मामले में प्रथम दृष्टया माना जा रहा है कि लकड़ी सीधे मंडला के जंगलों से काट कर लायी गई है। रेंजर अपूर्व शर्मा ने बताया कि फिलहाल जांच चल रही है लेकिन सागौन की लकड़ी जिस साइज की है उसे देखकर लगता है कि उसे आसपास के वन क्षेत्र से लाया गया होगा। क्योंकि, राजस्व क्षेत्र में सागौन के वृक्ष इस स्थिति तक नहीं पहुंच पाते हैं।

प्रक्रिया के तहत तो जंगल से लकड़ी पहले वन विभाग के डिपो आती है। जिसके बाद लकड़ी की बल्लियों की नंबरिंग होती है। तब उसे नीलाम किया जाता है। लेकिन, उक्त लकड़ी में कहीं नंबरिंग भी नजर नही आयी। ऐसा अंदेशा है कि मंडला के जंगलों से उक्त लकड़ी लायी जा रही है।