मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में बीजेपी की बल्ले बल्ले हो गई है। बीजेपी क्लीन स्वीप करते हुए एमपी में बम्पर जीत हासिल करने में सफल रही। इस जीत के दौरान कई रिकार्ड बने तो कई चौकाने वाले बिंदु भी खासे चर्चा में हैं।
सबसे ज्यादा चर्चा में जो रिकॉर्ड है, वो इंदौर लोकसभा सीट पर बना नोटा का। दो लाख से अधिक मतदाताओं ने सभी उम्मीदवारों को खारिज करते हुए नोटा को अपना मत दिया है। दरअसल वह इंदौर लोकसभा सीट ही थी जहाँ पर एन वक्त में कंग्रेस के उम्मीदवार ने पलटी मार दी थी, जिसके बाद मुकाबाला लगभग शून्य सा हो गया था लेकिन क्रांगेस ने नोटा को लेकर एक बड़ा कैम्पेन चलाया और आखिरकार इन्दौर एक और रिकार्ड दर्ज करने में सफल हो गया।
इस सबके बावजूद यहाँ से भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी 11 लाख 75 हजार से अधिक वोट हासिल करके जीत का सेहरा बांधने में कामयाब हो सके।
विदिशा से चुनावी समर में उतरे एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कांग्रेस के प्रताप भानु शर्मा को हराकर एक बड़ी जीत हासिल की। शिवराज ने 8 लाख से अधिक वोट पाकर जीत हासिल की।
इसके अलावा खजुराहों से भी बीजेपी कैंडिडेट वीडी शर्मा ने भी पांच लाख से अधिक वोट हासिल करके बड़ी जीत दर्ज की। हालांकि इस सीट पर भी कोई तगड़ा मुकाबला नही था। गठबंधन के तहत यह सीट कांग्रेस ने सपा को दी थी। लेकिन पार्टी के उम्मेदवार मीरा यादव का नामाकन खारिज होने के चलते चुनाव एक तरफा हो गया था।
छिंदवाड़ा जो कांग्रेस का गढ़ था, उसको भी विवेक बंटी साहू ने एक लाख से अधिक वोटो से भेदते हुए कमल नाथ के बेटे नकुल नाथ को पटखनी दे डाली।
केंदद्रीय मंत्री और गुना से बीजेपी उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया भी बड़ी जीत की और हैं, सिंधिया लगभग पांच लाख के बड़े अंतर से जीत रहे हैं।
मप्र में कई अन्य सीट पर भी भाजपा उम्मीदवारों ने कमाल किया है, जो बड़े मार्जिन से अपनी जीत दर्ज कारने में सफल हुए हैं।