कुश्ती में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाने वाली रानी राणा घरेलू हिंसा का शिकार हो गई हैं। रानी 6 साल तक प्रशासन के बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर भी रही हैं। ससुराल वालों ने रानी से 5 लाख रुपए के दहेज की मांग की और मारपीट कर घर से निकाल दिया।
रानी राणा ने बताया कि उनकी शादी 4 साल पहले अनिरुद्ध राणा के बेटे प्रिंस से हुई थी। पिता सुरेंद्र सिंह ने 10 लाख रुपये, आभूषण, घरेलू सामान सब कुछ दिया।
लेकिन शादी के 6 माह बाद ससुराल वाले दहेज को लेकर बात करने लगे। सास सुमन और ससुर अनिरुद्ध राणा कहने लगे कि उनकी हैसियत के हिसाब से दहेज कम है। कहा, प्रिंस जिम का बिजनेस शुरू करना चाहता है, अपने माता-पिता से 5 लाख रुपये और मांगो। दबाव बनाने के लिए रानी के पति ने उनके साथ मारपीट भी की।
रानी ने कहा, परिवार को बचाने के लिए वह चुप रही। काउंसिलिंग के जरिए पति, सास और ससुर को समझाने की कोशिश की। लेकिन कोई असर नहीं हुआ। दो माह पहले उसे ससुराल से निकाल दिया गया। उससे कहा- जब पांच लाख का इंतजाम हो जाए तभी आना। पति और उसके परिवार के रवैये से परेशान होकर रानी ने केस दर्ज करवाया है।
रानी ने सब जूनियर नेशनल, जूनियर नेशनल गोल्ड मेडल ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी सहित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी में गोल्ड मेडल जीता है। बुडापेस्ट हंगरी विश्व चैम्पियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया। रानी को मध्य प्रदेश केसरी, राजस्थान केसरी और छत्तीसगढ़ शेरनी का खिताब भी मिल चुका है।
रानी ने बताया कि ससुराल वाले उसे दहेज के लिए बुरी तरह पीटते थे। अगर वह कारण पूछती तो पति और ज़्यादा मारता।