मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) जल्द ही अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर सकती है। दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक में 3 दर्जन से ज्यादा उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लग गई है।
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में बी और सी श्रेणी की सीटों पर व्यापक चर्चा हुई, साथ ही 40 से ज्यादा ऐसी सीटों के लिए उम्मीदवारों के पैनल पर भी चर्चा हुई, ये वो सीटें हैं जहां बीजेपी या तो चुनाव हार गई थी या पिर कभी जीती ही नहीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। बैठक में मध्य प्रदेश की उन सीटों पर चर्चा हुई जिन पर 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी बड़े अंतर से हार गई थी या जो बीजेपी कभी उन सीटों को जीत ही नहीं पाई।
सूत्रों की मानें तो आदिवासी बहुल झाबुआ और धार जिले की तीन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम लगभग तय हो चुके हैं। इसके अलावा बीजेपी ने करीब 40 ऐसी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगा दी है, जो बी और सी श्रेणी में आती हैं।
केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से पहले गृह मंत्री अमित शाह और मध्यप्रदेश के कोर ग्रुप के नेताओं के साथ भी बैठक हुई, जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी में आए विधायकों को लेकर अभी कोई चर्चा नहीं की गई। सभी को होल्ड पर रख दिया गया है। इस पर बाद में चर्चा होगी। तीन साल पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से बगावत कर दी थी और अपने 18 विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए थे।
बीजेपी के चुनावी इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब बीजेपी ने चुनाव की घोषणा से पहले ही उम्मीदवारों का चयन शुरू कर दिया है। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बेहद कम अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। माना जा रहा है कि इसी के चलते बीजेपी ने चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही चुनाव की तैयारी और उम्मीदवारों का चयन शुरू कर दिया है।