अतिथि शिक्षक पंचायत में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अतिथि शिक्षकों के लिए सौगातों की झड़ी लगा दी है। सीएम शिवराज ने अतिथि शिक्षकों का मानदेय दोगुना करने की बड़ी घोषणा की। साथ ही शिक्षक भर्ती में भी अतिथि शिक्षकों 25 प्रतिशत के बजाय 50 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने का ऐलान किया।
सीएम शिवराज के ऐलान के बाद अब वर्ग 01 के अतिथि शिक्षकों को 9000 रूपये के स्थान पर 18000 रूपये, वर्ग 02 के अतिथि शिक्षकों को 7 हजार के स्थान पर 14 हजार रूपये तथा वर्ग 03 के अतिथि शिक्षकों को 5000 रूपये से बढ़ाकर 10000 रूपये वेतन दिया जायेगा। सीएम ने यह भी कहा कि अब अतिथि शिक्षकों से अनुबंध महीनों की बजाय पूरे साल के लिए होगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि अतिथि शिक्षकों को अब शिक्षक भर्ती में 25 प्रतिशत के बजाय 50 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा। यह व्यवस्था अगली शिक्षक भर्ती से लागू कर दी जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग के मुताबिक अतिथि शिक्षकों को हर साल 04 और अधिकतम 20 अंक बोनस के रूप में दिए जाएंगे, ताकि वे अधिक से अधिक चयन प्राप्त कर सकें।
अतिथि शिक्षकों के योगदान की सराहना की
इससे पहले सीएम शिवराज ने कहा कि पिछली सरकार ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए कभी ठोस कदम नहीं उठाए। शिक्षा व्यवस्था आधी-अधूरी हो गयी है। गुरुजी, शिक्षक और बाद में अतिथि शिक्षक। और अगर हम उनके जीवन पर नजर डालें तो वह इतने सालों तक पढ़ाई करने के बाद क्या करें, इस अनिश्चितता के भंवर में फंसे हुए थे।
सीएम शिवराज ने अतिथि शिक्षकों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि जब नियमित शिक्षक नहीं थे तब आपको अतिथि शिक्षक के रूप में पढ़ाने की जिम्मेदारी दी गई थी। आप ही हैं जो शिक्षा की गाड़ी को आगे बढ़ाते हैं। आप गांव-गांव जाकर बच्चों को पढ़ाते रहे। इसके लिए मैं आपको तहे दिल से धन्यवाद देता हूं।
इस पंचायत में स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री इंदर सिंह परमार एवं विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे। लाल परेड मैदान में अतिथि शिक्षक महापंचायत में प्रदेशभर के 10 हजार अतिथि शिक्षक शामिल हुए। प्रत्येक जिले से 50 अतिथि शिक्षकों को आमंत्रित किया गया है। स्कूल शिक्षा और जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित स्कूलों के लगभग 64 हजार अतिथि शिक्षक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इस पंचायत से जुड़े।