हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में कमलनाथ को ये कहते हुए सुना गया कि फाड़ने हो, तो दिग्विजय सिंह और उनके बेटे जयवर्धन के कपड़े फाड़ो।
इसे लेकर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कांग्रेस का मेनीफेस्टो जारी करते समय पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को कपड़े फाड़ने वाले बयान को लेकर मंच पर रहते हुए ही मज़ाकिया अंदाज़ में ही विवाद सुलझा लिया था।
अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ के दिग्विजय सिंह को गालियां खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी देने वाले बयान पर चुटकी ली है। उन्होंने कहा है कि कमलनाथ ऐसा काम ही क्यों करते हैं कि दिग्विजय सिंह को गाली खाना पड़े।
सीएम शिवराज ने बुधवार 18 अक्टूबर को बीजेपी कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए कहा, कि जिस तरह से गाली खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह को दी है। उसी तरह उन्होंने 2018 में सरकार बनाने के बाद सरकार चलाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी भी दिग्विजय सिंह को दे दी थी।
कमलनाथ ऐसा काम ही क्यों करते हैं कि दिग्विजय सिंह को गाली खाना पड़े। गौरतलब है कि मंगलवार को कांग्रेस ने अपना वचन पत्र जारी करने से पहले पीसीसी चीफ कमलनाथ ने मंच से कहा था कि उन्होंने गाली खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी दिग्विजय सिंह को दे दी है।
आपको बता दें सोमवार की रात को भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने एक वीडिया वायरल किया। इस वीडियो में कमलनाथ, वीरेंद्र रघुवंशी के समर्थकों से कह रहे थे कि दिग्विजय सिंह और जयवर्धन के जाकर कपड़े फाड़ो। इसके बाद कमलनाथ ने इस वीडियो पर मंगलवार को रिएक्शन देते हुए कहा था कि उन्होंने अपने हिस्से की गाली खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी दिग्विजय सिंह को दे दी है।