पारंपरिक ऊर्जा के स्रोत लगातार कम होते जा रहे हैं। ऐसे में ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत ढ़ूढ़ना आज के समय में ज़रूरी बनता जा रहा है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोलर सिटी के सपने को साकार करने और दुनिया को शांति का संदेश देने वाला सांची अब दुनिया को सौर ऊर्जा का महत्व बताएगा।
सीएम शिवराज सिंह ने सांची के सोलर सिटी बबने पर खुसी ज़ाहिर करते हुए इसे देश की बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि दुनिया को मानवता का संदेश देने वाली भगवान बुद्ध की नगरी सांची एक बार फिर विश्व को स्वच्छ अक्षय ऊर्जा सौर ऊर्जा का संदेश देकर पर्यावरण बचाने की राह दिखाएगी।
सीएम शिवराज ने रायसेन जिले के सांची सोलर सिटी का उद्घाटन कर नागरिकों को संबोधित किया। इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी एवं अन्य जन-प्रतिनिधि शामिल हुए।
सीएम शिवराज ने कहा कि सूर्य हमारे सौर मंडल का केंद्र बिंदु है। सूर्य सृष्टि का आधार है। यदि सूर्य नहीं है, तो जीवन नहीं है। सूर्य भी वर्षा का कारण बनता है। पिछले कुछ दिनों से बारिश नहीं हुई थी लेकिन अब एक बार फिर बारिश शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी तरह की आपात स्थिति आती है तो वह किसानों को संकट से बाहर निकालेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बड़े गर्व की बात है कि साँची देश का पहला शहर है जिसे सोलर सिटी घोषित किया गया है। हमें जो भी बिजली चाहिए, वह हमें सूर्य से मिलेगी। कोयला बिजली, पेट्रोल और डीजल बिजली के अंधाधुंध उपयोग के कारण प्रकृति बहुत प्रभावित हुई है। यह हम सभी के कल्याण के लिए है कि हम सूर्य से ऊर्जा उत्पन्न करें और उसका उपयोग करें। सूर्य बारह महीने चमकता है, इससे ऊर्जा पैदा करके हम अपनी जरूरतें भी पूरी कर लेंगे और प्रकृति को भी नुकसान नहीं होगा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस धरती को बचाने के लिए पर्यावरण को बचाना जरूरी है और पर्यावरण को बचाने के लिए सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करें, अधिक पेड़ लगायें। उन्होंने कहा कि मैं सांची को बधाई देना चाहता हूं कि पहले नागौरी में 3 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट लगाया गया था और अब 5 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट लगाया जा रहा है। साँची शहर के सात हजार निवासियों ने ऊर्जा बचत और सौर ऊर्जा के उपयोग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि साँची को सोलर सिटी बनाने से हर साल लगभग 13747 टन कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन कम होगा, जो लगभग 2.3 लाख परिपक्व पेड़ों के बराबर है। सांची के सभी सरकारी संस्थानों के ऊर्जा ऑडिट और ऊर्जा कुशल उपकरणों के माध्यम से 63,367 किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन की वार्षिक बचत हासिल की जाएगी। यहां सभी सरकारी भवनों और घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 235 किलोवाट का रूफटॉप सोलर प्लांट लगाया गया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एक सोलर वाटर डिस्पेंसर और एक सोलर ट्री का भी उद्घाटन किया।