भाजपा की अभी एक सूची और जारी होनी है। किस सूची में मालवा क्षेत्र की ज्यादातर टिकटों का फैसला होगा। मालवा अंचल में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए तीन विधायकों के टिकट संकट में है। इनमें खंडवा जिले की मांधाता सीट से नारायण पटेल, नेपानगर सीट से सुमित्रा कास्डेकर और बड़वाह सीट से सचिन बिरला भी शामिल हैं। भाजपा के आंतरिक सर्वे में पटेल और कास्डेकर को डेंजर जोन में हैं। यानी उनके जीत की संभावना बहुत ही काम है। जबकि बिरला ने पिछले सप्ताह ही भाजपा की सदस्यता ली है। उन्हें दोबारा बड़वाह सीट से टिकट देने की तैयारी है।
इन विधायकों के टिकट है डेंजर जोन में
मालवा निमाड़ की शुजालपुर सीट से इंदर सिंह परमार के टिकट पर भी संकट है। वे सरकार में मंत्री भी हैं। इसके अलावा बागली सीट से पहाड़ सिंह कनौज, खंडवा सीट से देवेंद्र वर्मा, पंधाना से राम दोगने, धार से नीना वर्मा, इंदौर पांच से महेंद्र हार्डिया, महिदपुर से बहादुर सिंह चौहान, उज्जैन ग्रामीण से पारस जैन, रतलाम ग्रामीण से दिलीप सिंह मकवाना, गरोठ से देवीलाल धाकड़, मनासा से अनिरुद्ध मारु के टिकट डेंजर जोन में हैं।
उम्र के चलते कट सकती है हार्डिया और जैन की टिकट
हार्डिया और जैन का टिकट कटने की वजह उनकी बढ़ती उम्र भी हो सकती है। नीमच से दिलीप सिंह परिहार का टिकट भी होल्ड पर है, लेकिन उन्हें पार्टी टिकट दे सकती है। नीमच सीट पर सांसद सुधीर गुप्ता को भी पार्टी ने टिकट देेेने का विकल्प खुला रखा है।कैलाश विजयवर्गीय को टिकट मिलने के बाद उनके बेटे आकाश विजयवर्गीय टिकट की दौड़ बाहर हो गए हैं। परिवारवाद से बचने के लिए उनका टिकट कटना तय है। इस सीट से पार्टी उषा ठाकुर को टिकट मिल सकता है।
बची 28 सीटों पर नए चेहरे
मालवा निमाड़ की भाजपा ने 28 सीटों पर टिकट घोषित नहीं किए हैं। इन सीटों पर भाजपा नए चेहरे और पुराने विधायकों को उम्मीदवार बना सकती है। इंदौर की पांच नंबर सीट से गौरव रणदिवे टिकट मांग रहे हैं। नीमच सीट से पवन पाटीदार ने दावेदारी जताई है। इसके अलावा मनासा से कैलाश चावला टिकट मांग रहे हैं। वे सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
केके कालूखेड़ा अभी टिकट की दौड़ में
धार सीट से राजीव यादव और अशोक जैन टिकट की दौड़ में शामिल हैं। रतलाम ग्रामीण सीट से पूर्व विधायक रह चुके मथुरालाल डावर और संदीप निंगवाल दावेदारी जता चुके हैं। मान्धाता सीट से संतोष राठौर और नरेंद्र सिंह भी दावेदारी जता रहे हैं। जावरा से कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए केके कालूखेड़ा टिकट मांग रहे हैं।