प्रदेश के वन क्षेत्रों में अतिक्रमण एवं अवैध खनन व कटाई गंभीर समस्या बनी


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स्टोरी हाइलाइट्स

कुछ बहुमूल्य प्रजातियों जैसे सागौन, खैर आदि की बढ़ती मांग के कारण उनकी अवैध कटाई एक संगठित अपराध का रूप लेने लगी है..!

भोपाल: राज्य के वन विभाग द्वारा तैयार एक ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि मध्यप्रदेश राज्य में भारत का सबसे बड़ा वन क्षेत्र है, जो राज्य के क्षेत्रफल का 30.72 प्रतिशत तथा देश के कुल वन क्षेत्र का 12.3 प्रतिशत है। परन्तु लगातार बढ़ती जा रही जनसंख्या और उसकी आवश्यकताओं में होने वाली सतत् वृद्धि के कारण वन भूमि एवं वन्य जीवों का संरक्षण लगातार चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है। वन क्षेत्रों में अतिक्रमण, अवैध शिकार, अवैध उत्खनन एवं अवैध कटाई एक गंभीर समस्या है। कुछ बहुमूल्य प्रजातियों जैसे सागौन, खैर आदि की बढ़ती मांग के कारण उनकी अवैध कटाई एक संगठित अपराध का रूप लेने लगी है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि वर्तमान में वन विभाग के अंतर्गत वनों की सुरक्षा हेतु लगभग 600 वन क्षेत्रपाल, 1250 उप वन क्षेत्रपाल, चार हजार 100 वनपाल एवं 13 हजार वन रक्षक कार्यरत हैं। इतने बड़े वन क्षेत्र की सुरक्षा करने का दायित्व वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का मूल कर्तव्य है और इसी कर्तव्य को निभाते हुए पिछले कुछ वर्षों में अनेक कर्मचारियों ने अपने प्राणों की आहूति दी है। विगत वर्षों में 61 वन कर्मचारियों द्वारा वन तथा वन्यप्राणियों की सुरक्षा में अपने प्राणों की आहूति दी गयी।