भोपाल: लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक विभाष ठाकुर की जीरो टॉलरेन्स की मंशा पर प्रसंस्करण केंद्र बरखेड़ा पठानी के सीईओ और उनका स्टॉफ पानी फेरने में लग गए है। केंद्र के अधिकारियों ने सुनियोजित ढंग से गड़बड़झाला पर लीपा-पोती कर रहें है। हाल ही प्रबंध संचालक ठाकुर ने एक समिति गठित कर उसे गोदाम में रखे रॉ मटेरियल की भौतिक सत्यापन करने के निर्देश दिए थे। समिति जांच करती उससे पहले गोदाम से अतिशेष रॉ मैटेरियल रात में गायब कर दिए गए। कृत्य तब किया गया जब गोदाम प्रभारी मौके पर नहीं था।
लघु वनोपज प्रसंस्करण केंद्र बरखेड़ा पठानी में रॉ मैटेरियल की फ़र्ज़ ख़रीदी के खेल को जाँच के दायरे में लेने की जगह गोदाम से मैटेरियल ही ग़ायब किया जा रहा है। रविवार अवकाश के दिन रात ११ बजे तक करोड़ों रुपये के रॉ मटेरियल जैसे हींग, पुनर्नवा और दूसरे आइटम को गोदाम प्रभारी को जानकारी दिये बिना उत्पादन प्रबंधक सुनीता अहीरवार द्वारा दोनों डॉ संजय शर्मा और विजय सिंह की मिलीभगत से एक ही फ़र्म आर्यन फ़ार्मेसी से ख़रीदे गए मटेरियल को ग़ायब किया गया है।\
जानकारी में आया है कि बिना चालन या डेबिट नोट के लाखों का माल जिसका भुगतान किया जा चुका है। वापस सप्लायर आर्यन फ़ार्मेसी को भेजा गया है। सीईओ प्रफुल्ल फुलझेले के संज्ञन में मामला आने पर एफ़आइआर करने की जगह मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। प्रश्न यह है कि बिना समिति की जानकारी के डेबिट नोट या चालान के केंद्र के गोदाम से क्यों बाहर भेजा मटेरियल जबकि उसका भुगतान हो चुका है।