भोपाल: राज्य सरकार ने महुआ फूल से बनी हैरीटेज मदिरा को बाजार में विक्रय करने के लिये नये प्रावधान किये हैं। यह मदिरा 500 एमएल कांच की बोतल में मिलेगी तथा इस बोतल का ढक्कन गुआला कैप्स होगा। इसके लिये आबकारी आयुक्त ने टेण्डर जारी कर दिये हैं।
राज्य में देशी एवं विदेशी मदिरा फुल बोतल में 750 एमएल में मिलती है तथा इससे कम हाफ या क्वार्टर में श्ह आती है। जबकि हैरीटेज मदिरा के लिये सिर्फ साईज 500 एमएल रखी गई है जिससे इसकी पहचान अलग रहे। आबकारी आयुक्त ने हैरीटेज मदिरा की आपूर्ति के लिये कांच की 500 एमएल वाली बोतलें सप्लाय करने वाले ठेकेूदारों से दरें आमंत्रित की हैं। इसके अलावा, हैरीटेज मदिरा को कांच की बोतल के साथ गुआला कैप्स में देनी होगी।
गुआला कैप्स दरअसल ऐसा ढक्कन लगाना है जिसमें टेम्परिंग कर अन्य कोई पदार्थ बोतल में नहीं डाला जा सके। इसमें एक बाहरी कैप कवर होता है जो गैर-रीफिल करने योग्य क्लोजर को पूरी तरह से घेर लेता है। बोतल खोलने के लिए उपभोक्ता को सबसे पहले ढक्कन को, परिधि के चारों ओर फाडक़र या ऊपर-नीचे सरकाकर हटाना होता है। विदेशी शराब का ढक्कन गुआला कैप्स वाला ही होता है।