मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उल्टी गिनती शुरू हो गई है। दो नवंबर नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन है। यही वजह है कि गुरुवार को भी नाम वापसी को लेकर हंगामा जारी रहेगा। मध्यप्रदेश में अब तक 34 दावेदारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया है।
इस बार मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड तोड़ 4286 नामांकन दाखिल किए गए हैं। जिनमें से 3718 नामांकन स्वीकार कर लिए गए, जबकि 525 नामांकन खारिज कर दिए गए। अब यह भी माना जा रहा है कि आखिरी दिन भी अधिक संख्या में नामांकन वापस होंगे।
नाम वापिसी के बाद ही, विधानसभा वार अंतिम सूची की घोषणा की जायेगी। जिसे चुनावी तस्वीर साफ़ हो जाएगी। साथ ही भाजपा और कांग्रेस के बगावती चेहरों के साथ चुनावी नफ़ा-नुकसान भी सामने आ जाएगा।
हरसूद से दिव्या दत्त, सुहागपुर से हबीब खान, धरमपुरी से जयराम, मल्हारगढ़ से सुरेश भाटी, कुरई से सुनीता राजपूत, इंदौर 3 से वाजिद मोहम्मद और पंकज शुक्ला ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। इसी तरह इंदौर 3 से दीपक जोशी, शाजापुर से राजेंद्र सिंह जादौन, सुसनेर से रमेश चंद्र, मैहर से धीरेंद्र शर्मा, छिंदवाड़ा से नितिन रघुवंशी, सिंगरौली से लगनधारी, मैहर से प्रेमलाल, पथरिया से आशीष पटेल ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है। इछावर से विष्णु वर्मा, इंदौर पंथक से धीरज तलवार, महेश्वर से फूलचंद, डिंडोरी से अशोक, आष्टा से कैलाश बागान, मनसा से सोमिल नाहटा, महेश्वर से शोभाराम, चंदला से आरडी प्रजापति ने भी अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है।
नामांकन वापसी में इंदौर पहले स्थान पर है। यहां सबसे ज्यादा नामांकन इंदौर 3 से वापस लिए गए। यहां से नासिर खान ने निर्दलीय के साथ-साथ आम आदमी पार्टी से भी पर्चा दाखिल किया था, जिसे वापस ले लिया गया है। इसी तरह दमोह से अनुपकांत, भोपाल उत्तर से काजी रहमान, मैहर से विकास त्रिपाठी, पथरिया से दीपा पटेल, बदनावर से रतन पाटीदार, मेहगांव से पन्नाबाई, गोटेगांव से भगवान सिंह और नरेला से पवन तिवारी ने अपना नामांकन वापस ले लिया है।