भोपाल: राज्य के उच्च शिक्षा विभाग ने सभी क्षेत्रीय कार्यालयों के अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा एवं सभी विवि के संचालक शारीरिक शिक्षा को परिपत्र जारी कर कहा है कि खेलकूद प्रतियोगिता के खेल कैलेंडर वर्ष 2024-25 में प्राचीन एवं पराम्परिक स्वदेशी खेल पिट्टू को शामिल किया गया है। पिट्टू फेडरेशन ऑफ इण्डिया इंदौर ने इस खेल के बारे में नियम तैयार किये हैं जिसके तहत आगामी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं।
पिट्टू खेल के नियमों की प्रस्तावना में बताया गया है कि देश में पांच सहस्त्राब्दी से खेला जा रहा है तथा इसकी शुरुआत भगवान श्रीकृष्ण द्वारा की गई थी जिसका उल्लेख 5 हजार साल पहले लिखी गई भागवत पुराण में मिलता है। पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात में इसका उल्लेख किया था जिस पर कैलाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में पिट्टू फेडरेशन ऑफ इण्डिया का गठन किया गया। फेडरेशन ने इसके नियम तैयार कर लिये हैं जिसमें मैदान 26 मीटर लम्बा एवं 14 मीटर चौड़ा रखा गया है तथा इसमें दोनों टीमों में दस-दस खिलाड़ी रखे गये हैं जिनमें 6 खेलते हैं और 4 अतिरिक्त रहते हैं।
सात टूकड़ों वाले पिट्टू मजबूत प्लास्टिक के होते हैं जो निश्चित आकार एवं रंग के होंगे। दस-दस मिनट के दो हाफ में यह खेल होगा। इसे छात्र एवं छात्रायें दोनों खेल सकेंगे। तीन समूह में यह प्रतियोगिता होगी जिनमें सब जूनियर ग्रुप दस से 14 वर्ष का होगा जबकि जूनियर ग्रुप 14 से 18 वर्ष का होगा। सीनियर ग्रुप 18 वर्ष से अधिक आयु का होगा।