भोपाल में मेट्रो ट्रेनें पटरी पर उतर गई हैं। सोमवार को गुजरात के वडोदरा के सांवली से तीन डिब्बे ट्रैक पर उतारे गए। अगले 4 से 5 दिनों तक मेट्रो की टेस्टिंग की जाएगी। इसके बाद 25 सितंबर को सीएम शिवराज सिंह चौहान के सामने मेट्रो का ट्रायल रन होगा। शहर के लोग टेस्टिंग के दौरान ट्रैक पर मेट्रो को दौड़ते देख सकेंगे।
इंदौर की तुलना में भोपाल में मेट्रो कोच 17 दिन देरी से पहुंचे हैं। हालांकि, फोकस 25 सितंबर से पहले उसका ट्रायल कराने पर है। हालांकि, कोच के इंटीरियर और टेस्टिंग कई चीजों में अभी भी काफी काम किया जाना बाकी है। जो सुभाषनगर डिपो में दिन-रात चलेगा। इसके बाद ही तय अवधि में फाइनल ट्रायल रन किया जाएगाट्रैक पर सेफ्टी ट्रायल रन भी किया जाएगा।
मेट्रो ट्रेन का प्रत्येक कोच 22 मीटर लंबा और 2.9 मीटर चौड़ा होता है। मेट्रो के एक कोच में करीब 50 यात्री बैठ सकते हैं। वहीं, इसमें 300 यात्रियों के खड़े होने की क्षमता है।
ये कोच एम्स, भोपाल से सुभाष नगर तक 6.22 किलोमीटर लंबी ऑरेंज लाइन पर चलेंगे। हालांकि, ट्रायल रन सुभाष नगर डिपो और रानी कमलापति स्टेशन के बीच ही होगा। मई-जून 2024 में आम लोग मेट्रो में सफर कर सकेंगे।
प्रायोरिटी कॉरिडोर में कुल आठ स्टेशन हैं। इनमें एम्स हॉस्पिटल, अलकापुरी, डीआरएम ऑफिस, रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, सरगम टॉकीज, डीबी मॉल, केंद्रीय स्कूल और सुभाषनगर स्टेशन शामिल हैं। सुभाषनगर स्टेशन से आरकेएमपी स्टेशन तक करीब साढ़े तीन किलोमीटर में ट्रायल रन किया जाएगा।