नई कार्ययोजना : 79 आदिवासी ब्लाकों में लघु वनोपज के प्रोसेसिंग सेंटर स्थापित होंगे


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स्टोरी हाइलाइट्स

इन ब्लाकों में रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे..!!

भोपाल: राज्य का वन विभाग अपने लघु वनोपज संघ के माध्यम से प्रदेश के 79 आदिवासी ब्लाकों में लघु वनोपज प्रोसेसिंग सेंटर स्थापित करायेगा। इसकी कार्ययोजना बनाने का निर्णय ले लिया गया है। इससे इन ब्लाकों में रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

लघु वनोपज संघ ने राज्य शासन के निर्देश पर अपनी कार्ययोजना के बारे में बताया है कि प्रदेश में वर्तमान में 20 जिलों में 89 आदिवासी ब्लाक हैं। इनमें से 10 आदिवासी ब्लाकों में 15 लघु वनोपज प्रोसेसिंग सेंटर स्थापित हैं। शेष ब्लाकों में प्रोसेसिंग सेंटर की स्थापना के लिये कार्य योजना तैयार की जा रही है। इस कार्य योजना में वर्तमान में स्थापित प्रोसेसिंग सेंटरों की कार्यशीलता का आंकलन कर इनके सुदृढ़ीकरण पर कार्य भी किया जायेगा। कार्य योजना की विस्तृत रुपरेखा को माह सितम्बर 2024 तक अंतिम रुप दिया जायेगा।

अभी इन ब्लाकों में हैं प्रोसेसिंग सेंटर :

प्रदेश में अभी दस जिला लघु वनोपज यूनियनों के 15 आदिवासी ब्लाकों में लघु वनोपज के प्रोसेसिंग सेंटर स्थापित हैं। इनमें पश्चिम बैतूल जिला यूनियन के भीमपुर ब्लाक में नांदा, उत्तर बालाघाट जिला यूनियन के बालाघाट ब्लाक में चरेगांव एवं नागरवाड़ा, पश्चिम छिन्दवाड़ा जिला यूनियन के तामिया ब्लाक में तामिया एवं देलाखारी, नर्मदापुरम जिला यूनियन के केसला ब्लाक में केसला, कटनी जिला यूनियन के बरही ब्लाक में खितौली, पूर्व मंडला जिला यूनियन के मवई ब्लाक में मवई एवं बिछिया ब्लाक में अंजनिया, नरसिंहपुर जिला यूनियन के नरसिंहपुर ब्लाक में मुंगावनी एवं गोटीटोरिया, सिंगरौली जिला यूनियन के देवसर ब्लाक में झुरही एवं सिंगरौली ब्लाक में खनुआ, शिवपुरी जिला यूनियन के पोहरी ब्लाक में पोहरी तथा दक्षिण सिवनी जिला यूनियन के बरघाट ब्लाक में बरघाट नाम से प्रोसेसिंग सेंटर हैं।