आंगनवाड़ी केंद्रों में सरकार द्वारा 6 साल से कम उम्र के प्री स्कूल के बच्चों को गरम पका हुआ भोजन और सुबह का नाश्ता दिया जाता है। बच्चों को साप्ताहिक मेनू के अनुसार भोजन और नाश्ता दिया जाता है। जिसमें एचसीएम कैलोरी और प्रोटीन की आवश्यकता का ध्यान रखता है।
इसके लिए प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्र खोले हैं। इन केंद्रों में आने वाले बच्चों को पोषण आहार मुहैया कराने के लिए स्व सहायता समूहों को नियुक्त किया है।
ताकि इन बच्चों को जा सके। लेकिन अब बच्चों को दिया दाने वाला ये पोषण आहार बच्चों की बीमारियों का कारण बनता दिख रहा है।
ताज़ा मामला राजधानी भोपाल से सामने आया है। यहां आंगनवाड़ी क्रमांक 179 कुम्हारपुरा शाहजहानाबाद जेपी नगर परियोजना में 27.7.2024 को बच्चों के लिए जो नाश्ता आया उस नाश्ते के सांभर में बड़ी-बड़ी इल्लियां निकली। संचालिका हसीना बानो ने इस संबंध में तत्काल शिकायत लिखित में परियोजना अधिकारी को कर दी।
संचालिका के अनुसार रुखसार ग्रुप इस नाश्ता/ भोजन की सप्लाई करता है। आंगनबाड़ी सहायिका ने बताया कि इसके पहले भी कई शिकायतें आई हैं।
नौ-निहालों के साथ हो रही इस अनदेखी को लेकर अब इस पर बड़े सवाल उठ खड़े हुए हैं। जबकि भोजन की उत्तम गुणवत्ता को लेकर कलेक्टर महोदय ने सख्त निर्देश दे रखें हैं। शिक़ायत किए जाने के बाद भी आंगनवाड़ी में जिला परियोजना अधिकारी ने निरीक्षण नहीं किया।
यह बड़ा ही गंभीर मसला है जिस दिन सांभर में इल्लियां /कीड़े निकले उसे दिन बच्चों ने नाश्ता भोजन नहीं किया। बच्चों के परिजनों में भी इसे लेकर काफी नाराजगी है।
कहा जा रहा है, कि शहर की सभी आंगनबाड़ियों का निरीक्षण होना चाहिए, ताकि बच्चों को दिए जाने वाले नाश्ते और भोजन की सही-सही गुणवत्ता का आंकलन किया जा सके और नौनिहालों के साथ हो रहे इस खिलवाड़ पर लगाम लग सके।