सीएम शिवराज सिंह ने आज यहां दीनदयाल रसोई योजना के तीसरे चरण की शुरूआत की और गरीबों की भोजन की थाली का दाम भी आधा कर दिया, अब 10 के बजाए गरीबों को यहां पांच रूपर में भोजन मिलेगा, अंतर की राशि राज्य सरकार अदा करेगी। आज प्रदेश में 66 नए दीनदयाल रसोई केंद्रों की सौगात दी गई। अब प्रदेश में 166 दीनदयाल स्थायी रसोई केन्द्र हो गये हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि, प्रदेश में जल्द ही नई मुख्यमंत्री जनवास योजना चलाई जाएगी तथा चलित रसोई भी जल्द शुरू की जाएगी। इसके अलावा प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में आवासहीनों को सरकार आवास बनाने के लिए भूमि के पट्टे भी दिये गये।
कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस कार्यक्रम में शिवराज ने कहा कि मध्यप्रदेश में हमारा फोकस गरीब कल्याण पर है। लाड़ली बहना योजना से हम महिलाओं को उनका अधिकार दे रहें हैं। यही सामाजिक न्याय है। हम हर कदम पर गरीबों के साथ खड़े हैं। अन्न के अलावा दूसरी जरुरत रहने के लिए स्थाई आवास की होती है। गाँव में हम मुख्यमंत्री भू- आवास योजना चला रहे हैं। शहर में माफियाओं से 23 हजार एकड़ जमीन छुड़वाई है। इस जमीन पर रहने लायक गरीबों के लिए मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाई जा रही है। बिना पट्टों के रहने वालों को पट्टा दिया जाएगा। इसमें 2020 तक लोगों को सम्मिलित किया गया है।
शिवराज ने कहा कि आवास योजना के तहत हम नई मुख्यमंत्री जनवास योजना प्रदेश में जल्द शुरू करेंगे। 38 हजार से अधिक आवासहीनों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पट्टे वितरित किए। इस मौके पर सीएम शिवराज ने अपने इस संकल्प को पुनः दोहराया कि कोई भी गरीब अब जमीन और आवास के बगैर नहीं रहेगा। जिन लोगों के मकान पीएम आवास योजना के तहत नहीं बन सके, उन्हें मुख्यमंत्री आवास निर्माण योजना के तहत घर दिए जाएंगे।
इससे पहले भूपेंद्र सिंह ने बताया कि दीनदयाल रसोई योजना के तीसरे चरण में 66 नगर पालिकाओं में स्थाई रसोई केंद्रों का शुभारंभ किया गया है। इन्हें मिलाकर अब प्रदेश में 166 दीनदयाल स्थायी रसोई केंद्र हो गए हैं। कार्यक्रम में नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, महापौर मालती राय, निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी भी मौजूद थे।