140 कृषि मंडियों के फल-सब्जी के भाव केंद्र के पोर्टल पर नहीं डल रहे हैं


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स्टोरी हाइलाइट्स

मप्र की 176 फल-सब्जी मंडियों में से मात्र 36 मंडियों के ही फल-सब्जी की आवक एवं भाव की जानकारी ही उक्त पोर्टल पर अपलोड हो रही है तथा 140 मंडियों की जानकारी इस पोर्टल पर दर्ज नहीं हो रही है..!!

भोपाल: केंद्र सरकार ने देश भर के राज्यों में फल एवं सब्जियों के भावों की जानकारी रखने एवं उस पर नियंत्रण रखने के लिये एगमार्केटनेट पोर्टल बना रखा है जिसमें रोजाना आवक एवं भाव की जानकारी दर्ज होती है। परन्तु इसमें मप्र की 176 फल-सब्जी मंडियों में से मात्र 36 मंडियों के ही फल-सब्जी की आवक एवं भाव की जानकारी ही उक्त पोर्टल पर अपलोड हो रही है तथा 140 मंडियों की जानकारी इस पोर्टल पर दर्ज नहीं हो रही है। 

राज्य मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक श्रीमन शुक्ला ने केंद्रीय कृषि विभाग के अपर सचिव फैज अहमद किदवई को अर्धशासकीय पत्र लिख कर कहा है कि पृथक से मेनुअल प्रक्रिया निर्धारित कर मंडीवार लॉगिन आईडी एवं पासवर्ड उपलब्ध कराया जाये जिससे शेष 140 मंडियों की फल-सब्जी की दैनिक आवक एवं भाव की डाटा रिपोर्टिंग उक्त पोर्टल पर की जा सके।

श्रीमन शुक्ला ने अपने पत्र में जानकारी दी है कि प्रदेश की कृषि उपज मंडी समितियों में फल-सब्जियों के विपणन की पृथक व्यवस्था होने से तथा इनके अनुबंध पत्रक व भुगतान पत्रक जारी नहीं होने से उक्त डाटा एमपी गवर्मेन्ट के ई-अनुज्ञा पोर्टल जोकि एगमार्केटनेट पोर्टल इन्टीग्रेड किया गया है, पर केप्चर नहीं होता है। इस कारण से फल-सब्जियों की दैनिक आवक एवं भाव की जानकारी एगमार्केटनेट पोर्टल पर प्रदर्शित नहीं हो पा रही है।

पत्र में बताया गया है कि मंडी समितियों की दैनिक खाद्यान्न, दलहन, तिलहन की आवक तथा भाव की जानकारी ई-अनुज्ञा पोर्टल के माध्यम से एगमार्केटनेट पोर्टल पर अपडेट होकर प्रदर्शित हो रही है। जिन 140 कृषि उपज मंडियों के फल-सब्जी की आवक एवं भाव एगमार्केटनेट पोर्टल  पर पदर्शित नहीं हो रहे हैं, उनमें भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, सागर, जबलपुर, रीवा एवं उज्जैन संभाग की मंडियां शामिल हैं।