पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराब को लेकर अपने विरोध के साथ रामराजा सरकार की नगरी ओरछा पहुंची तो तीखी बातें फिर कह डालीं। उन्होंने धार्मिक नगरी में चल रही शराब की दुकानों का विरोध किया व आज दुकान के सामने पांच गाय बांध दी। उन्होंने कहा कि रामराजा सरकार की नगरी में शराब की दुकान का क्या औचित्य, लोगों की लत का उपयोग कर रुपए बनाना सरकार का धर्म नहीं है।
उन्होंने कहा कि राम का नाम लेने वाले मूल दोषी हैं। मैंने इस सरकार के लिए वोट मांगे हैं, इसलिए मुझे फांसी पर लटकाओ। ओरछा में नियम विरूद्ध चल रही शराब दुकानों के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने तेवर सख्त करते हुये साफ कहा कि शराब की दुकान के लिए गांव अलॉट था, बीच नगर में दुकान अलॉट नहीं हुई थी। जिला आबकारी अधिकारी को तय करना था। आबकारी अधिकारी को शर्म आना चाहिए थी, शराब दुकान वाले तो अपना फायदा सोचेंगे।