MP News: मध्य प्रदेश में अधिकारियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की चेतावनी का भी जमीनी स्तर पर कोई असर नहीं हो रहा है. हाल ही में ड्राइवर से औकात पूछने वाले कलेक्टर के खिलाफ़ मुख्यमंत्री के सख़्त तेवर भी मानों प्रशासनिक अमले को यह अहसास नहीं करा पाए कि अब सरकार द्वारा गलतियों को नजरअंदाज करने के बजाय कड़ा एक्शन लिया जायेगा.
सीएम मोहन यादव की सख्ती का असर प्रशासनिक अमले में अगर दिखाई दे जाता तो शायद उमरिया जिले से सामने आई यह घटना नहीं होती. दरअसल, यहां पर ओवरटेक करने के बाद साइड न देना एसडीएम बांधवगढ़ को इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने ओवरटेक करने वाले युवकों की कार को साईट में रुकवाकर उन्हें जमकर पीट दिया.
फ़िलहाल, एसडीएम साहब की गुंडागर्दी का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा हैं. जिसने मोहन यादव सरकार पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. हालांकि, सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए बांधवगढ़ एसडीएम को सस्पेंड करने के निर्देश जारी कर दिए है.
एमपी में सुशासन की सरकार- सीएम यादव
इस घटना को लेकर सीएम मोहन यादव ने एक्स (ट्विटर) अकाउंट पर लिखा, बांधवगढ़ एसडीएम द्वारा दो युवकों से मारपीट की घटना दुर्भाग्यपूर्ण हैं. एसडीएम को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं. मध्यप्रदेश में सुशासन की सरकार है. प्रदेश में आमजन से इस तरह का अमानवीय व्यवहार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
क्यों है पूरा मामला-
ख़बरों के मुताबिक, स्थानीय पुलिस चौकी को फ़ोन पर सूचना मिली थी कि घघरी नाका के पास तीन गाडियां खड़ी हैं. जहां कुछ लोगों में आपसी विवाद हो रहा है. मौके पर पहुंचे पुलिस बल ने देखा की वहां पर एसडीएम बांधवगढ़ अमित सिंह, तहसीलदार विनोद कुमार की गाड़ी के पास एक अर्टिगा कार खड़ी है, जो बुरी तरह से क्षतिग्रस्त थी. वहीं, कुछ ही दूरी पर दो युवक गंभीर रूप से घायल पड़े थे. जिन्हे पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया.
वायरल वीडियो में भी साफ़ तौर पर देखा जा सकता हैं कि सरकारी गाड़ियों के नजदीक ही दोनों युवकों को घेराबंदी करके बेरहमी से पिटवाया जा रहा हैं. इस घटना में एक युवक शिवम यादव की हालत नाजुक बताई जा रही हैं. वह पुलिस को बयान तक नहीं दे पाया. वहीं, दूसरे युवक प्रकाश दाहिया ने पुलिस को बताया कि हम दोनों खैरी से भरौला आ रहे थे. तभी रास्ते में एसडीएम की गाड़ी मिली. शिवम ने गाड़ी रोड से नहीं उतारी तो एसडीएम की गाड़ी हमारा पीछा करने लगी.
उन्होंने आगे बताया कि आगे चलने पर उमरिया की तरफ से तहसीलदार की गाड़ी आती दिखाई दी. वह गाड़ी हमारी अर्टिगा कार के सामने आ गई, जिससे उन्हें गाड़ी रोकनी पड़ी. फिर गाड़ी रुकते ही एसडीएम और तहसीलदार अपनी कारों से उतरते हैं. उसके बाद हमें बाहर निकालकर अपने सामने ड्राइवरों से पिटवाना शुरू कर देते हैं.
इस दौरान ड्राइवरों ने दोनों युवकों को डंडों से पीट-पीट कर अधमरा कर दिया. पुलिस ने भी युवकों की एमएलसी और बयान के आधार पर बांधवगढ़ एसडीएम अमित सिंह, तहसीलदार विनोद कुमार समेत दो अन्य लोगों के खिलाफ धारा 341, 323, 294 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. अब पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि गलती किसकी है.
एसडीएम ने दी सफाई-
इस पूरे घटनाक्रम पर एसडीएम अमित सिंह की सफाई भी सामने आई है. उन्होंने बताया कि मैंने युवकों को नहीं पीटा बल्कि जब उनकी पिटाई हो रही थी तो मैंने बीच-बचाव किया था. एसडीएम के मुताबिक, दोनों युवक नशे में थे. वो तेज रफ्तार से कार चला रहे थे. उन्होंने पहले गाड़ी को ओवरटेक किया और जब हमने उनकी गाड़ी रुकवाई तो वे लोग हमारे साथ झगड़ने लगे.
एसडीएम ने आगे बताया कि दोनों युवकों ने जब मुझपर हाथ उठाया तो मेरे साथ के लोगों ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया. फिर भी मैं उनका बचाव ही कर रहा था. मैं बस उन्हें यहीं समझा रहा था कि युवकों को पुलिस के हवाले कर देते हैं. फ़िलहाल, पुलिस की तरफ से इस मामले पर अभी कोई बयान सामने नहीं आया है.