स्कूल बदलने के डर से भोपाल में रहने वाली दो बच्चियों ने घर छोड़ दिया और ट्रेन से राजस्थान के उदयपुर पहुंच गईं। हालांकि यहां रेलवे पुलिस की नजर उन पर पड़ी और उन्हे रेस्क्यू किया गया। जिसके बाद चाइल्ड लाइन और बाल कल्याण समिति के पास पहुंचाया गया। जहां काउंसलिंग के बाद अब दोनो बच्चियों को परिजन को सौंपा गया है। काउंसलिंग में खुलासा हुआ कि छठवीं क्लास की अर्धवार्षिक परीक्षा में फेल होने के बाद स्कूल बदल जाने और दोस्ती टूटने के डर से उन्होने यह कदम उठाया था। हालांकि रेलवे पुलिस और चाइल्ड लाइन की सतर्कता के चलते बच्चियों को सुरक्षित घर पहुंचाया गया है।
यह है पूरा मामला:-
काउंसलिंग में किशोरियों ने बताया कि वह भोपाल के एक निजी स्कूल में बचपन से साथ पढ़ती आई हैं। किस्मत से आज तक उनकी क्लास भी अलग नहीं हुई हैं। वह हमेशा साथ ही बैठती हैं और स्कूल में हर जगह साथ रहती हैं। किशोरियों ने बताया कि पिछले साथ दोनों का रिजल्ट बहुत अच्छा नहीं आया था। इस साल इनमें से एक बच्ची के माता-पिता ने उसे कहा था कि यदि हॉफ ईयरली में रैंक नहीं सुधरी तो तुम्हें सरकारी स्कूल में डाल देंगे। दोनों हॉफ ईयरली में सोशल साइंस के पेपर में फेल हो गई। उन्हें लगा कि अब मम्मी-पापा स्कूल बदलवा देंगे। इससे दोनों की दोस्ती टूट जाएगी। इसी डर से दोनों ने घर से निकलने की सोची। सामने जो ट्रेन दिखी, उसी में बैठकर दोनों रवाना हो गई।