भोपाल: मासूम बहनों के अपहरण के आरोपियों को चार दिन की रिमांड


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स्टोरी हाइलाइट्स

बच्चियों के अपहरण का मामला, सभी आरोपी कोर्ट में पेश, ली चार दिन की रिमांड..!

कोतवाली स्थित कर्फ्यू वाले मंदिर के सामने से दो मासूम बहनों का अपहरण करने वाले आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में पेश करने के बाद कोतवाली पुलिस ने आरोपियों को चार दिन की रिमांड पर लिया है। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ में आरोपियों से और भी अपहरण की घटनाएं सामने आ सकती है। अभी तक चार मासूमों को कोतवाली पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम रेस्क्यू कर चुकी है। इधर अपहरण के बाद घर पहुंची आठ साल की बच्ची ने माता पिता को बताया कि जब भी वह घर मां के पास जाने के लिए रोती थी उन्हें खाना खिलाकर चुप करा दिया जाता था।

उल्लेखनीय है कि रतलाम निवासी मुकेश आदिवासी की आठ साल की बेटी काजल और 11 महीने की बेटी दीपावली को कर्फ्यू वाली माता मंदिर के सामने से शनिवार सुबह दो महिलाओं ने अगुआ कर लिया था। दोनों महिलाएं कन्या भोज कराने के कहकर उन्हें ले गई थी। बच्चियों की अपहरण की जानकारी पुलिस को लगी तो पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। करीब दो सौ सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखने के बाद टीम ने कोलार स्थित इंग्लिश विला कॉलोनी से दोनों बच्चियों को सकुशल बरामद कर लिया था। 

उक्त मामले में पुलिस ने मकान में रहने वाली हरियाणा निवासी 32 वर्षीय अर्चना सिंह उसका लिवइन पार्टनर निशांत, उसका बेटा सूरज और उसकी महिला मित्र मुस्कान बानों को गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ अपहरण, मारपीट, मानव तस्करी, बंधक बनाना समेत जेजे एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। इसमें अर्चना की नाबालिग बेटी भी उक्त मामले में आरोपी बनाया गया है। बुधवार को पुलिस रिमांड मिलने के बाद उनको निशातपुरा और कोलार के घर पर ले जाया गया। वहां पर उनसे पुलिस ने भोपाल आने का कारण जाना। इसके अलावा उनसे अन्य पहलुओं पर पूछताछ की है।

अपोलो अस्पताल से किया था एंजिल का अपहरण
पुलिस की पूछताछ में यह बात भी सामने आई अन्य दो बच्चियों में तीन महीने की एंजिल और ढाई साल की अकीरो का अपहरण किया गया था। इन दोनों ही बच्चियों को पुलिस ने आरोपियों की चंगुल छुड़ा लिया है। अपहरण की गई एंजिल का गाजियाबाद के अपोलो अस्पताल से अपहरण किया गया था। अकीरो के बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है। पुलिस की पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि अर्चना का दिल्ली, मुंबई, हरियाणा, नोएडा, चंडीगड़ में अपना समय बिताती थी और उसका एनसीआर में अनाथालय चलाने वाले लोगों से संपर्क था। 

इस मामले में कई बार वह लोगों से उसका मिलना-जुलना होता था तो वह उनको अनाथालय की संचालिका बनकर मिलती थी। मुंह मांगे रुपए में बच्चे उपलब्ध करवाती थी। पूछताछ में साउथ दिल्ली के रहने वाले एक सिख दंपती से अर्चना की मुलाकात हुई थी, उसे दो बच्चे चाहिए थे, उनको वह देने वाली थी। कोर्ट में पेश होने के बाद अर्चना ने एक बार फिर पुलिस पर सवाल उठा दिए । उनका कहना है कि एंजिल और अकीरो उनके बच्ची हैं।