मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि प्रदेश में नई शिक्षा नीति का क्रियान्वयन शीघ्रता से किया जाए ताकि बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले और उनका स्वर्णिम भविष्य सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में देश में नंबर वन बनाने का होना चाहिए।
सीएम मोहन यादव ने मंत्रालय में स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा करने के लिए एक बैठक ली। इस बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी, मुख्यमंत्री सचिवालय और स्कूल शिक्षा विभाग के कई अधिकारी मौजूद रहे।
सीएम यादव ने अधिकारियों से स्कूल शिक्षा विभाग की गतिविधियों की जानकारी ली और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। सीएम ने कहा कि बच्चों को बेहतर शिक्षा देकर उनका उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए पूरे मन से प्रयास किये जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि विभाग समन्वय बनाकर समस्याओं का समाधान करें। साथ ही सीएम डॉ. यादव ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर ध्यान दिया जाए। जमीनी स्तर पर उतरें और काम देखा जाए। सीएम राइज स्कूल के निर्माण में आने वाली बाधाओं को दूर किया जाए। नई शिक्षा नीति और सीएम राइज स्कूल से होने वाली समस्याओं को दूर किया जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों को रोजगारपरक शिक्षा मिले, इसके लिए प्राथमिकता के आधार पर कार्य किया जाए।
ग्राम पंचायत मुख्यालय पर रात्रि विश्राम करें पटवारी
सीएम यादव ने राजस्व विभाग की भी समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आम जनता को परेशानी न हो इसका गंभीरता से ख्याल रखें और लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई करें। अभियान चलाकर जन समस्याओं का समाधान करें तथा जहां आवश्यक हो पुलिस बल की सहायता लेकर राजस्व समस्याओं का समाधान करें। इस कार्य की उच्च स्तर पर समीक्षा की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि राजस्व अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए पटवारियों को ग्राम पंचायत मुख्यालय पर रात्रि विश्राम करना चाहिए। मौके पर ही उपचारात्मक उपाय किये जायें। यदि समस्याएं अधिक हैं तो शिविर लगाकर उनका समाधान किया जाए। प्रशासन को पारदर्शिता एवं शुचिता के साथ कार्य करना चाहिए। विभागीय कार्यों में तकनीक का प्रयोग करें।