MP Weather: मध्य प्रदेश में तेज बारिश का दौर जारी है। कुछ जगहों पर हल्की तो कुछ जगहों पर लगातार बारिश हो रही है। ऐसे में राज्य में बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। यहां तक कि अब तक की बरसात ने साल 2016 में हुई 58.56 का रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। हालांकि अभी मानसून की मौजूदगी के 20 दिन बाकी है, लेकिन राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कई जिलों ने अपने तय कोटे की बारिश हो चुकी है।
मध्य प्रदेश में मौसम विभाग ने बारिश का 11 जिलों में रेड अलर्ट और 24 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, बाकी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
रेड अलर्ट वाले 11 जिलों में रायसेन, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, दमोह, सागर और पांढुर्ना शामिल हैं।
ऑरेंज अलर्ट वाले 24 जिलों में सतना, मैहर, भोपाल, विदिशा, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, खंडवा, खरगोन, झाबुआ, धार, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुरकलां, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी शामिल हैं।
येलो अलर्ट वाले जिलों में राजगढ़, बुरहानपुर, बड़वानी, अलीराजपुर, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना शामिल हैं।
राज्य में इस सीजन में अब तक 97 फीसदी बारिश हो चुकी है और अब जो केवल सामान्य से 2 इंच कम है। जिससे सामान्य बारिश का कोटा पूरा हो जाएगा। प्रदेश में लगातार हो रही अच्छी बारिश से प्रदेश के बांध और झीलें लबालब हो गई हैं। कई जिलों के कुछ इलाके पानी में डूब गए हैं और जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तेज बारिश के चलते कई नदी नाले उफान पर हैं। नर्मदा, चंबल, बेतवा जैसी नदियां अपनी पूरी क्षमता के साथ बह रही हैं।
जानकारी के मुताबिक, राज्य के सभी बांधों में 80 फीसदी तक पानी भर चुका है, जिसके चलते बांधों के गेट खोल दिए गए हैं। लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण नदी किनारे बसे गांवों के लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। बढ़ते जलस्तर को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। माना जा रहा है कि अगले दो दिन तक मौसम इसी तरह का बना रह सकता है।