मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है जबकि भोपाल, इंदौर और उज्जैन में मौसम सामान्य है। शुक्रवार को शिवपुरी-ग्वालियर में न्यूनतम तापमान लगभग 8 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि भोपाल और उज्जैन संभाग के जिलों में न्यूनतम तापमान 18 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया।
मौसम विभाग का कहना है कि राज्य के मौसम में अभी कुछ दिनों तक उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। दिसंबर के तीसरे सप्ताह के बाद पूरे प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ेगी।
पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में मौसम शुष्क रहा। भोपाल एवं उज्जैन संभाग के जिलों में अधिकतम तापमान में वृद्धि देखी गयी तथा अन्य सभी संभागों के जिलों में तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुआ।
भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, रीवा संभाग के जिलों में तापमान सामान्य से अधिक रहा। इसी तरह शहडोल संभाग के जिलों में भी तापमान सामान्य से काफी अधिक दर्ज किया गया। जबकि अन्य सभी संभागों के जिलों में तापमान सामान्य रहा।
मध्य प्रदेश का मौसम अगले 2 दिन यानी 48 घंटे बाद फिर बदलेगा। रात में कड़ाके की ठंड का दौर शुरू होगा, जबकि पूर्वी जिलों यानी जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में बारिश होने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक ने कहा, 'पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पूर्वी हिस्से में बारिश की संभावना है।
पहाड़ों में बर्फ पिघलने से ठंड बढ़ने की संभावना है। प्रदेश के पूर्वी हिस्से भोपाल और इंदौर में बारिश हो सकती है। फिलहाल ग्वालियर-चंबल संभाग सबसे ठंडे हैं। 20 दिसंबर से कड़ाके की ठंड का दौर शुरू होगा, फिलहाल मौसम में कोई बदलाव नहीं होगा। रात में पारा थोड़ा कम हो सकता है लेकिन दिन में तापमान 26 डिग्री से ऊपर रहेगा। आपको बता दें कि पिछले दो दिनों से मौसम का मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है। दिन में गर्मी है जबकि रात में तापमान 6 से 8 डिग्री तक बढ़ गया है।
7 दिसंबर को मौसम सामान्य रहेगा, लेकिन उसके बाद मौसम बदल जाएगा। पूर्वी हिस्सों में बारिश हुई तो भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल संभाग में कड़ाके की ठंड पड़ेगी।
इससे पहले गुरुवार को इंदौर में दिन का तापमान 29.9 डिग्री और रात का तापमान 16.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दिन का तापमान 2 डिग्री बढ़ गया है जबकि रात का तापमान 1 डिग्री कम हो गया है। हालांकि, तापमान औसत से 4 डिग्री ऊपर रहा, जिससे ठंड का एहसास काफी कम हो गया। शुक्रवार सुबह से यहां मौसम साफ है।
फिलहाल उत्तर भारत में 12.6 किमी की ऊंचाई पर 240 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवा चल रही है। इन हवाओं का सबसे ज्यादा असर ग्वालियर-चंबल में पड़ रहा है। ठंडी हवाओं के कारण इन दोनों खंडों में रात के तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग के मुताबिक, जब हवा की ऊंचाई कम होगी तो राज्य में ठंडी हवाओं के कारण ठंड का असर बढ़ेगा।