केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना समेत देश के कई राज्यों में मानसून पहुंच चुका है। मध्यप्रदेश में यह 17-18 जून तक एंटर हो सकता है। इससे पहले प्रदेश में प्री-मानसून एक्टिविटी चल रही है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम की वजह से प्रदेश के दक्षिणी हिस्से यानी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, मंडला, सिवनी, बालाघाट, बैतूल समेत कई जिलों में आंधी-बारिश हो रही है। सोमवार को छिंदवाड़ा में पानी गिरा। वहीं, मंगलवार को भी बारिश होने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने मंगलवार को बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और डिंडोरी में आंधी-बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, भोपाल, जबलपुर, कटनी, पन्ना, नीमच, मंदसौर, रतलाम, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, सीहोर, टीकमगढ़, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, उमरिया, मऊगंज, सीधी, शहडोल, अनूपपुर और बालाघाट में आंधी, गरज-चमक वाला मौसम रहेगा।
एक-दो दिन आगे बढ़ सकता है मानसून IMD
भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस और साइक्लोनिक सकुर्लेशन की वजह से प्री-मानसून एक्टिविटी है। सोमवार को मानसून महाराष्ट्र के कई हिस्सों में पहुंचा। हालांकि, अगले दो-तीन दिन तक बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की ब्रांच थोड़ी कमजोर होगी। ऐसे में मानसून 16-17 जून तक ही प्रदेश में एंटर हो सकेगा।