भोपाल: राज्य के धार जिले में क्षतिग्रस्त हुये कारम बांध के मामले में प्रथम दृष्टया दोषी पाये गये आठ अफसरों प्रभारी मुख्य अभियंता सीएस घटोले, एसई पी जोशी, ईई बीएल निनामा, एसडीओ विकार अहमद सिद्दीकी, उपयंत्री विजय कुमार जत्थाप, उपयंत्री राजेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, उपयंत्री अशोक कुमार राम तथा उपयंत्री सुश्री दशावन्ता सिसौदिया को 26 अगस्त 2022 को निलम्बित कर 17 नवम्बर 2022 को आरोप-पत्र जारी किये गये थे।
इनमें जो जवाब आये वे समाधानकारक नहीं पाये गये। इस पर अब राज्य शासन ने सभी आठों अफसरों की संयुक्त विभागीय जांच करने का निर्णय लिया है जिसके लिये अपर सचिव कृष्ण गोपाल तिवारी जल संसाधन जांचकत्र्ता अधिकारी नियुक्त किया गया है जोकि दृष्टिहीन हैं एवं मुख्य अभियंता नर्मदा ताप्ती कछार इंदौर को प्रस्तुतकर्ता अधिकारी नियुक्त किया गया है।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा के पिछले सत्र में राज्य सरकार कह चुकी है कि कारम बांध का पर्यवेक्षण केंद्रीय जल आयोग कर रहा है तथा उसके पर्यवेक्षण उपरान्त इस बांध के पुनर्निर्माण का कार्य प्रारंभ किया जायेगा।
इनकी भी होगी विभागीय जांच:
जल संसाधन संभाग दमोह के अंतर्गत ढाना वियर स्टाप डेम के निर्माण में हुई अनियमितताओं की जांच के संबंध में लोकायुक्त प्रकरण वर्ष 2018-19 से संज्ञान में लाई गई अनियमितता के लिये प्रथम दृष्टया दोषी एसडीओ वीएस ठाकुर एवं उपयंत्री डीपी नकीब के विरुध्द 12 दिसम्बर 2022 को आरोप-पत्र जारी कर उनका उत्तर मांगा गया था।
परीक्षण में इनके उत्तर समाधानकारक नहीं पाये गये जिस पर अब इनके खिलाफ भी विभागीय जांच होगी जिसके लिये एसई जल संसाधन मंडल सागर जांचकर्ता अधिकारी एवं ईई जल संसाधन संभाग पवई को प्रस्तुतकर्ता अधिकारी नियुक्त किया गया है।