भोपाल: राज्य के वन विभाग ने वनमंडल मंदसौर के अंतर्गत गांधी सागर अभयारण्य अंतर्गत चीता पुनर्वास हेतु वन्यप्राणी संरक्षण एवं रहवास विकास कार्यों के लिये 31 अगस्त 2022 को 84 लाख रुपयों के चार वर्षीय प्रोजेक्ट को स्वीकृत किया था परन्तु अब इस प्रोजेक्ट को निरस्त कर दिया गया है तथा इसके पीछे कारण बताया गया कि यह प्रोजेक्ट वाइल्ड लाईफ कंजर्वेशन प्लान के अनुरूप नहीं था। इसके स्थान पर अब 10 वर्षीय प्लान स्वीकृत किया गया है जिसमें राशि 43 लाख 20 हजार रुपये मंजूर की गई है। यह राशि टाईगर फाउंडेशन समिति से ली जायेगी।
नये दस वर्षीय प्लान के अनुसार, गांधी सागर अभयारण्य में वन्यप्राणियों के लिये वाटर सोसर पर 2 लाख रुपये, वन्यजीवों के संरक्षण हेतु बुनियादी ढांचे, बचाव वार्ड, पशु चिकित्सा निधि, पिंजरों आदि के निर्माण हेतु 4 लाख रुपये, रावलीकुडी बीट में जलाशय बनाने पर 11 लाख रुपये, बीट करनापुरा में जलाशय की मरम्मत पर 6 लाख रुपये, बीट खेमला पश्चिम क्रमांक 449 में जलोध्दार हेतु 3 लाख रुपये, बीट रावलकुडी क्रमांक 944 में जलोध्दार हेतु 3 लाख रुपये, बीट कुती क्रमांक 947 में जलोध्दार हेतु 2 लाख रुपये, बीट नीमचौक में चीता फेंसिंग क्षेत्र में चारागाह विकास हेतु 6 लाख रुपये, गांधीसागर में कैम्पों, खेल, पोस्टर्स व क्वीज कॉम्पिटिशन के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम चलाने पर 5 लाख 20 हजार रुपये तथा थर्ड पार्टी मॉनिटरिंग हेतु 1 लाख रुपये व्यय किये जायेंगे।