टीवी पर अपने करतबों से लोगों को मंत्रमुग्ध करने वाले दमोह के खली के नाम से मशहूर बद्री विश्वकर्मा ने गुरुवार को अयोध्या के लिए अपनी रामरथ यात्रा शुरू की। बटियागढ़ से बद्री इस रथ को बालों से खींचते हुए अयोध्या तक ले जाएंगे। बटियागढ़ से अयोध्या की दूरी 501 किमी है, जो 11 दिन में तय की जाएगी।
22 जनवरी को अयोध्या में बने भव्य मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होगी। देशभर से भगवान राम के भक्त भक्ति भाव से अयोध्या पहुंच रहे हैं।
बद्री विश्वकर्मा ने अपनी रामरथ यात्रा संकल्प के बारे में बताया कि करीब 20 साल पहले उन्होंने संकल्प लिया था कि जब भी अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बनकर तैयार होगा तो वह रामरथ को अपने बालों से खींचते हुए अयोध्या जाएंगे। मंदिर बनकर तैयार है, 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है, इसलिए उन्होंने 11 जनवरी को अपनी रामरथ यात्रा शुरू की।
बद्री बाबा गुरुवार दोपहर 12.30 बजे बटियागढ़ श्रीराम मंदिर से अयोध्या के लिए रवाना हुए। सवा लाख मानस पाठ करने वाले महंत वेदांताचार्य ने रथयात्रा को हरी झंडी दिखाई। यात्रा के प्रेरणास्रोत मनोज देवलिया पूरी यात्रा में बद्री बाबा के साथ रहेंगे।
बद्री बाबा ने कहा कि बटियागढ़ से के लिए वे एक दिन में करीब 50 से 60 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। उसके बाद रात्रि विश्राम करेंगे। सुबह फिर यात्रा शुरू होगी। यात्रा 22 जनवरी को अयोध्या पहुंचेगी। इसके बाद वे रामलला के दर्शन करेंगे।
बद्री बाबा ने बताया कि यात्रा बटियागढ़ से शुरू होकर छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम तक जाएगी। जहां वे बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का आशीर्वाद लेंगे। बालाजी सरकार के दर्शनों के बाद यात्रा आगे बढ़ेगी।
बद्री विश्वकर्मा कई टीवी चैनलों पर हैरतअंगेज कारनामे दिखा चुके हैं। उनकी विशेष शैली के कारण उन्हें खली कहा जाता है। बद्री बाबा अपनी छाती पर पत्थर रखते हैं और हथौड़े से उन्हें तोड़ देते हैं। ये देखकर लोग हैरान हो जाते हैं। बॉलीवुड एक्ट्रेस किरण खेर, करण जौहर, मिथुन चक्रवर्ती समेत कई फिल्म कलाकार बद्री के स्टंट देख चुके हैं।