बाबा महाकाल का विवाह महाशिवरात्रि पर हुआ लेकिन 11 दिन बाद भी बाकी रस्में बाकी हैं। मंगलवार को बाबा की बारात निकलेगी। साथ ही इस मौके पर पूरे शहर को रिसेप्शन के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। इसके लिए बांटी गई पत्रिका में दर्शनाभिलाषी के रूप में भगवान गणेश, कार्तिकेय और रिद्धि सिद्धि हैं।
दरअसल, महाकाल शयन आरती परिवार पिछले 24 सालों से महाकाल बाबा के विवाह का आयोजन करता आ रहा है। इस बार भी 8 मार्च को महाशिवरात्रि पर शिव विवाह की रस्म निभाने के बाद अब 19 मार्च को महाकाल की अगवानी की जा रही है। जिसमें पूरे शहर को आमंत्रित किया गया है।
खास बात यह है कि शहर के भोज के लिए बांटे गए निमंत्रण पत्रों में भगवान गणेश और शिव परिवार के साथ-साथ 33 करोड़ देवी-देवताओं और रिद्धि-सिद्धियों को दर्शन के लिए जाते हुए दर्शाया गया है। कार्यक्रम रामघाट स्थित महाकाल गणेश मंडपम में होगा। आपको बता दें कि महाशिवरात्रि के बाद शिव-पार्वती की बारात और स्वागत की परंपरा है.
महाकाल मंदिर के पुजारी और नगर भोज के संयोजक व अध्यक्ष राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. रमण त्रिवेदी ने बताया यह नगर भोज 23 वर्ष पूर्व सन् 2000 से शुरू किया गया था। नगर भोज का यह 24वां साल है। नगर भोज में एक लाख भक्त प्रसादी ग्रहण करेंगे।
नगर भोज दोपहर 2 बजे से शुरू होकर रात 2 बजे तक चलेगा। आयोजन में भगवान महाकाल की आरती, पूजा होगी। नगर कोट से निकालेंगे बारात भूत, प्रेत, डाकिनी, शाकिनी नृत्य करते हुए बारात के रूप में नगरकोट से यहां पहुंचेंगे।
भगवान महाकाल का विवाह उत्सव होगा। मंदिर के पुजारी दिनेश गुरुजी ने बताया कि 91 प्रकार के पकवान के प्रभु को भोग लगाए जाएंगे। इसके लिए 36 हलवाइयों की टीम जुटी है। 13 भट्टियों पर भोज तैयार किया जा रहा है। सोमवार को महागौरी संग महादेव का पूजन किया गया। साथ ही बटुकों व कार्यकारिणी सदस्यों को प्रसाद वितरण किया गया।