करैरा थाना क्षेत्र के बगेदरी गांव में भीम आर्मी के पदाधिकारियों ने गांव के एक ठाकुर पर दलित को जूते में पेशाब भरकर खिलाने का आरोप लगाया है। पुलिस पर आरोप है कि उसने उचित धाराओं के तहत कार्रवाई नहीं की और जो FIR दर्ज की गई, वह भी चक्काजाम के बाद की गई।
राजेश का आरोप है कि रामसिंह ठाकुर ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया। जिसके बाद रामसिंह ने उसे अपने दरवाजे पर लाठियों से पीटा और जूते में पेशाब भरकर पिलाया।
पीड़ित पक्ष का आरोप है कि 15 जुलाई को जब वह थाने पहुंचे तो पुलिस ने उनकी FIR दर्ज नहीं की, अंतत: उन्हें सड़क पर चक्काजाम करना पड़ा, तब कहीं जाकर पुलिस ने देर शाम मामले में धारा 126(2), 332,115(2),296,351 (3) बीएनएस 3 (1) (द), 3 (1) (ध), 3 (2) (व्हीए) एससी/एसटी एक्ट का कायम किया, परंतु पीड़ित को पेशाब पिलाने के संबंध में जो धाराएं लगनी चाहिए थीं, वह नहीं लगाई गईं।
भीम आर्मी ने मंगलवार को एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर उचित धाराओं में FIR दर्ज करने के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। करैरा थाना प्रभारी विनोद छावई का कहना है कि पेशाब पिलाने का आरोप पूरी तरह से निराधार है।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गांव में एक महिला के साथ छेड़छाड़ के बाद परिहार समाज के लोगों ने उसकी पिटाई की थी और रामसिंह ठाकुर के यहां परिहार समाज के लोग काम करते हैं। आगे की जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।