भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अति महत्वाकांक्षी योजना "अमरकंटक की ध्यान कुटीरें " अब दम तोड़ती नजर आ रही है। गौरतलब है कि नर्मदा यात्रा के दौरान श्री चौहान ने सरकारी व्यय पर 7 ध्यान कुटीर तैयार करवाई थी, किंतु अब उन पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ये अपने अस्तित्व से विलुप्त होती नजर आ रही है।
प्रदेश के अनूपपुर वनमंडल में आने वाले अमरकंटक में बनाई गईं ध्यान कुटीरें बेकार पड़ी हुई हैं। दरअसल, वन विभाग के ईको पर्यटन बोर्ड ने तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर अमरकंटक के जंगलों में 7 ध्यान कुटीर (मड हाउस) बनाने के लिये वनमण्डलाधिकारी अनूपपुर को 30 मई 2021 को 7 लाख 50 हजार रुपये एकमुश्त प्रदान किये थे। बाद में इनका निर्माण कर लिया भी गया परंतु पिछले कई अर्से से इनका उपयोग पर्यटकों के लिये नहीं हो पा रहा है।
इसके पीछे कारण बताया गया है कि इन ध्यान कुटीरों के पास नलकूप के जरिये पानी आदि की सुविधायें उपलब्ध कराने के लिये करीब 25 लाख रुपयों से अधिक का प्रस्ताव ईको पर्यटन बोर्ड को भेजा गया था। परन्तु यह प्रस्ताव स्वीकृत नहीं किया गया। इसके अलावा, इन ध्यान कुटीरों तक पर्यटकों की पहुंच बनाने के लिये इसे ईको पर्यटन क्षेत्र भी घोषित नहीं किया गया है।