लोकसभा चुनाव के ऐन पहले MP कांग्रेस में मची भगदड़, जानिए क्यों?


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स्टोरी हाइलाइट्स

MP Congress: 16 हजार के आंकड़े से चौंकी कांग्रेस ने खंगाले पुराने कागजात..!!

MP Congress: कांग्रेस से बड़ी संख्या में भाजपा की तरफ नेताओं के पलायन से मध्यप्रदेश के कांग्रेस मुख्यालय में बेबसी का आलम है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष फिलहाल तो टिकट के झमेले में व्यस्त हैं वैसे भी वे यहां रोज बैठते नहीं, लिहाजा गिने-चुने पदाधिकारी यहां बैठकर भाजपा मुख्यालय की तरफ से आ रही हताश करने वाली खबरों से किला लड़ा रहे हैं। 

इस 'बेकारी' के आलम में कांग्रेस ने एक पुरानी फाइल निकाली है, जो उसके गमों को कम करने में मददगार हो रही है। यह फाइल नहीं बल्कि कागजों का भारी भरकम पुलिंदा है। इसमें महज चार महीने पहले कांग्रेस कार्यालय प्रांगण में भरने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं के दृश्यों से मन का सुकून तलाशा जा रहा है। 

दरअसल, इस फाइल में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा से कांग्रेस में आने वाले नेताओं, कार्यकर्ताओं, विधायक, पूर्व मंत्री आदि का ब्यौरा है। साथ ही आवेदननुमा कागजात भी हैं, जिनमें तत्कालीन भाजपा या अन्य दलों के नेताओं ने कांग्रेस में शामिल होने की दरख्वास्त की है। कुल मिलाकर कांग्रेस पदाधिकारियों की मनोदशा अहमद फराज़ की गजल जैसी है- ‘रंजिश ही सही दिल तो दुखाने के लिए आ, आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ’।

उल्लेखनीय है कि भाजपा की न्यू ज्वाइनिंग टोली के मुखिया नरोत्तम मिश्रा ने कल ही ऐलान किया था कि अब तक करीब 16 हजार नेता कार्यकर्ता कांग्रेस से भाजपा में आ चुके हैं तथा अभी कुछ और भी आने वाले हैं। पार्टी के अब तक डटे कई नेता पदाधिकारी मानते हैं कि उन्हें भी किसी न किसी तरीके से 'अप्रोच' किया गया है। 

कांग्रेस के एक पदाधिकारी कहते हैं कि चार महीने पहले विस चुनाव के दौरान कम से कम 22 हजार भाजपा व अन्य दलों के नेता कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हुए थे। इधर, कांग्रेस के संगठन प्रभारी राजीव सिंह का कहना है कि ‘चार महीने पहले भाजपा से कांग्रेस में आने वाले नेता-कार्यकर्ता के उत्साह का यह आलम था कि हमें कार्यालय के बाहर टेंट लगाकर ज्वाइनिंग करानी पड़ती थी। सड़कों पर वाहनों की एक किमी तक कतार लग जाती थी। कई बार एक ही समय में पीसीसी में तीन-तीन स्थानों पर ज्वाइनिंग कराई गई है।

कहाँ हो, आ जाओ.. 

फिलहाल, भाजपा के इस आक्रामक अभियान से कांग्रेस के कार्यकर्ता भी हतप्रभ हैं और मजाक में ही एक दूसरे से फोन करके पूछते हैं- अरे भई कहां हो, इसमें भी 'कहां' शब्द पर खासा जोर होता है! हालांकि, खास बात यह है कि पार्टी के वो नेता व पदाधिकारी जो एक दूसरे के कक्ष में जरूरी काम होने पर जाना पसंद करते थे, वे अब एक साथ बैठ रहे हैं।

लिस्ट जारी करने की होड़-

भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि प्रधानमंत्री की गारंटी और सरकार की विकासोन्मुखी नितियों के कारण प्रभावित होकर हमारी पार्टी में कांग्रेस सहित अन्य राजनीतिक दलों के नेता शामिल हो रहे हैं और मप्र कांग्रेस मुक्त हो रहा है। कांग्रेस में भगदड़ मची है तथा अब राहुल गांधी को भगदड़ का मजा लेना चाहिए। 

नरोत्तम मिश्रा का दावा है कि कांग्रेस या दूसरे दलों को छोड़कर पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वालो की संख्या करीब 16 हजार हो गई है। हर दिन करीब 200 से अधिक नेता व कार्यकर्ता कांग्रेस छोड़ रहे हैं। इससे पहले पूर्व सीएम शिवराज ने भी कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं की लिस्ट जारी की थी।