MP Forest: अनूपपुर वन मंडल के बिजुरी रेंज में पदस्थ डिप्टी रेंजर प्रेमलाल बनवासी की शनिवार को कुएं में गिरने से मौत हो गई। बनवासी के परिजनों ने बताया कि निलंबन के बाद से ही मानसिक रूप से परेशान थे। बताया जाता है कि बनवासी और रेंजर समेत आधा दर्जन कर्मचारियों ने डीएफओ पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की शिकायत मुख्य वन संरक्षक और वन बल प्रमुख मुख्यालय को की थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रेमलाल बनवासी 29 दिसंबर 23 से निलंबित चल रहे थे। निलंबन के बाद डिप्टी रेंजर अनूपपुर जिले के बसंतपुर गांव में रहने लगे। निलंबन के बाद से ही मानसिक रूप से परेशान रहे। इसके अलावा डिप्रेशन के भी शिकार हो गए थे। वे इन बीमारियों का उपचार करा रहे थे। परिजनों के अनुसार शुक्रवार की रात अपने भाई के साथ खाना खाया और शनिवार की अल सुबह घर के पास स्थित कुएं में उनका शव बरामद हुआ।
रेंजर समेत कई कर्मचारियों ने की थी शिकायत-
निलंबित डिप्टी रेंजर प्रेमलाल बनवासी अनूपपुर डीएफओ सुशील प्रजापति के खिलाफ मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। शिकायत करने वालों में अकेले बनवासी नहीं थे, बल्कि महिला रेंजर सहित 6 से अधिक कर्मचारियों ने डीएफओ पर मानसिक रूप से परेशान करने और उनके साथ मर्यादित आचरण की शिकायत मुख्यालय को कर चुके है। इस शिकायत को एपीसीसीएफ (प्रशासन-2) कोमौलिका मोहन्ता ने गंभीरता से लिया और वन संरक्षक शैलेंद्र गुप्ता से इसकी जांच करवाई थी।
मोहंता की रिपोर्ट पर अभी तक नहीं हुई कार्रवाई-
अनूपपुर डीएफओ के खिलाफ हुई जांच के बाद एपीसीसीएफ मोहंता ने गुप्ता की जांच प्रतिवेदन के साथ पीसीसीएफ आरके यादव से आरोप पत्र देने के सिफारिश की थी। मुख्यालय सूत्रों ने बताया कि मोहंता की रिपोर्ट के आधार पर पीसीसीएफ प्रशासन यादव ने शासन को अनुमोदन के लिए भेजा। सूत्रों की मानें तो आरोप पत्र से संबंधित नस्ती 2 महीने से शासन के पास लंबित है।
इन्हें किया गया है निलंबित-
डीएफओ सुशील प्रजापति ने कथित गड़बड़ियों के आधार पर अप्रैल 23 से 13 जनवरी 24 तक वन कर्मचारियों को निलंबित किया है। इनमें प्रेमलाल बनवासी के अनुसार के अलावा बाल सिंह परस्ते, रामेश्वर पटेल, रविदास बैगा, रमेश कुमार द्विवेदी, भूपेंद्र कुमार मांझी, सुनील कुमार बैगा और अगेश्वर लाल साहू शामिल है।