बैतूल में एक बार फिर सक्रिय हुआ सागौन तस्कर रिजर्व फॉरेस्ट को बना रहे निशाना


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स्टोरी हाइलाइट्स

ताज़ा मामला बैतूल रेंज का है जहां इलेक्ट्रॉनिक आरे से रिज़र्व फॉरेस्ट में माफिया ने सागौन पेड़ों का सफाया कर दिया..!!

भोपाल: बैतूल के जिले में सबसे उत्तम किस्म की सागौन का जंगल पाया जाता है। यही वजह है कि सागौन तस्कर हमेशा से ही सक्रिय रहें है। डीएफओ, एसडीओ और रेंजर की जंगलों में गश्ती बंद कर दी है। इसका फायदा उठाते हुए सागौन तस्कर फिर सक्रिय हो गए है। ताज़ा मामला बैतूल रेंज का है जहां इलेक्ट्रॉनिक आरे से रिज़र्व फॉरेस्ट में माफिया ने सागौन पेड़ों का सफाया कर दिया। बैतूल वन वृत्त की ज़्यादातर संवेदनशील बीट खाली पड़ी है। एक बीट गार्ड के भरोसे दो-दो बीट है। वहीं कई बीट गार्ड अफसरों के बंगलों और उनके ऑफिसो में अटैच होकर मज़े मार रहे है।

मुखबिर की सूचना पर बैतूल रेंज की खारी बीट के रिजर्व फॉरेस्ट में अवैध सागौन से भरे ट्रक को वन अमले ने जप्त किया गया है। पकड़े गए ट्रक में 17 नग अवैध सागौन के लट्ठे बरामद हुए हैं। जिसकी कीमत साढ़े तीन लाख रुपए बताई जा रही है। वन माफिया अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार होने में कामयाब हो गए हैं। वन अमले ने ट्रक को बैतूल रेंज में खड़ा करवा कर कार्रवाई शुरू कर दी है। अज्ञात वन माफिया के खिलाफ वन अपराध दर्ज कर जांच की जा रही है।

बरेठा, डाबरी के बाद खारी माफिया के निशाने पर 

गौर तलब है कि हाल ही में बैतूल रेंज की बरेठा के पास हुई अवैध कटाई ,इसी महीने में भौंरा रेंज के डाबरी के पास ओर अब खारी बीट में माफिया ने अपने काम को अंजाम दिया है। बीते दिनों हुई कटाई ओर खारी वीट में हुई कटाई का पैटर्न एक ही है माफिया पहले रैकी करता है की सागौन की गोलाई अच्छी हो, सड़क से जंगल की दूरी कम हो, ट्रक लगाने में आसानी हो ओर अधिकारी कर्मचारी की उपस्थिति का अच्छा होम वर्क कर जंगल मे पहुंचते है ओर बेधड़क सागौन काटकर फरार हो जाते है ।

एसीएस के निर्देश के बाद भी लीपापोती

अपर मुख्य सचिव अशोक वर्णवाल के सख्त निर्देश के बाद सीहोर वन मंडल के रेहटी रेंज में अवैध कटाई कर बेजा कब्जे की दो जांचे हुई। पहली जांच भोपाल वन वृत के उड़न दस्ते की और जब उनकी जांच प्रतिवेदन पर संदेह हुआ तो राज्य स्तरीय उड़न दस्त ने जांच की। भोपाल वृत के उड़न दस्ते ने एसीएस के निर्देश को सतही तौर पर लिया और अपनी जांच में लीपा-पोती का कुत्सित प्रयास किया। 

जबकि राज्य स्तरीय उड़न दस्ते की जांच में ग्राम जमुनिया के पास लगभग  लगभग 15.33 हे. वनभूमि पर अतिक्रमण होना पाया गया एवं सागौन के 07 नग ठूंठ तथा साज के 02 नग ठूंठ, कुल 09 नग ठूंठ अवैध रूप से कटे पाये गये। जिनसे प्राप्त कुल 09 नग वनोपज, 0.543 घ.मी. बीटगार्ड के सुपुर्दगी में दी गई। उक्त अवैध कटाई के विरूद्ध वन अपराध प्रकरण कमांक 42116/15 दिनांक 05 नवंबर 24 को पंजीबद्ध किया गया।

वन वृत के उड़न दस्ता प्रभारी के खिलाफ अनुशंसा

राज्य स्तरीय उड़न दस्ता ने अपनी जांच प्रतिवेदन में उल्लेख किया है कि भोपाल वृत्त स्तरीय सुरक्षा बल / वृत्त स्तरीय उड़नदस्ता दल द्वारा गंभीरता से जांच नहीं किया गया। प्रतिवेदन में यह भी उल्लेख है कि कक्ष क्रमांक पीएफ-569 में स्टोन केशर द्वारा भी अतिक्रमण करना पाया गया, जिसका संज्ञान भी इनके द्वारा नहीं लिया गया। इससे स्पष्ट होता है कि इतनी गंभीर शिकायत होने पर भी इनके द्वारा निष्पक्ष रूप से जांच नहीं की गई जो कि गंभीर लापरवाही का द्योतक है। अतः संबंधित प्रभारी अधिकारी, वन सुरक्षा बल वनवृत्त भोपाल के विरूद्ध उचित कार्यवाही किया जाना प्रस्तावित है।