स्वर्ण कलश से बढ़ेगी राम मंदिर की आभा, जानें 3 जून से 5 जून तक प्राण प्रतिष्ठा का पूरा कार्यक्रम


Image Credit : X

स्टोरी हाइलाइट्स

अयोध्या में राम मंदिर की दूसरी प्राण प्रतिष्ठा 3 जून से शुरू होकर 5 जून तक चलेगी, राम दरबार और शिखर मंदिरों में मूर्तियों की स्थापना की जाएगी..!!

रामनगरी एक बार फिर आस्था और भक्ति के रंग में रंगने को तैयार है। नए भव्य श्री राम जन्मभूमि मंदिर में राम दरबार और शिखर के छह मंदिरों में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा का तीन दिवसीय समारोह 3 जून से शुरू होकर 5 जून तक चलेगा। इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 5 जून को राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा और सरयू जयंती जन्मोत्सव के उद्घाटन में शामिल होंगे।

राम मंदिर की आभा देखने को बनती है। मंदिर के शिखरों पर लगे स्वर्ण कलशों दूर से ही लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। नृत्य मंडप, रंग मंडप, गुढ़ी मंडप, प्रार्थना और कीर्तन मंडप के शिखर पूरी तरह सोने से मढ़े हुए हैं। मंदिर के छह उपमंदिरों और आमलका शिखरों पर अहमदाबाद के विशेष कारीगरों ने सोने की परत चढ़ाने का काम किया है। मुंबई के उद्यमियों द्वारा सोना दान किए जाने के बाद यह काम तेजी से पूरा हुआ।

इस महोत्सव की शुरुआत 2 जून को दोपहर में सरयू तट पर माता सरयू की पूजा-अर्चना के साथ हुई। इसके बाद दोपहर 3:30 बजे संत तुलसीदास घाट से भव्य कलश यात्रा निकाली गई, जो लता चौक, रामपथ, हनुमानगढ़ी, दशरथ महल और रंग महल होते हुए यज्ञशाला पहुंची। यह यात्रा न केवल धार्मिक आयोजन थी, बल्कि भक्तों के मन में नई ऊर्जा भरने वाली आध्यात्मिक यात्रा भी थी, जिसमें देवी-देवताओं का आह्वान किया गया और पूजा स्थल को पवित्र किया गया।

Image

तीन दिवसीय कार्यक्रम 3 से 5 जून तक

प्राण प्रतिष्ठा का समारोह ज्येष्ठ शुक्ल अष्टमी यानी 3 जून से शुरू होगा, जो 5 जून को दशमी तक चलेगा।

पूजा और अनुष्ठान 3 और 4 जून को सुबह 6:30 बजे से शाम तक होगा।

5 जून को पूजा का मुख्य कार्यक्रम सुबह 6:30 बजे से शुरू होकर 11:20 बजे तक चलेगा।

इसके बाद 11:25 बजे से राम दरबार और अन्य मंदिरों में मूर्तियों का अभिषेक किया जाएगा।

कार्यक्रम का समापन दोपहर 1 बजे पूजा, भोग और आरती के साथ होगा।

राम दरबार में स्थापित होंगे राजा राम

राम मंदिर के प्रथम तल पर भव्य राम दरबार में राजा राम की मूर्ति उनके छोटे भाई लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, माता सीता और भक्त हनुमान के साथ स्थापित की जाएगी। यह स्वरूप भगवान श्री राम के 'राजा राम' के रूप में अभिषेक का प्रतीक होगा। इसके साथ ही किले के छह उप-मंदिरों और दक्षिण-पश्चिम कोने में शेषावतार का अभिषेक भी किया जाएगा।

शिखर के मंदिरों में उत्तर-पूर्व कोने में शिवलिंग, दक्षिण-पूर्व कोने में श्री गणेश, दक्षिण दिशा के मध्य में महाबली हनुमान, दक्षिण दिशा के मध्य में सूर्य देव, उत्तर-पश्चिम कोने में मां भगवती, उत्तर दिशा के मध्य में अन्नपूर्णा माता की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 5 जून को अयोध्या पहुंचेंगे। वह राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा में हिस्सा लेंगे और वहीं से 'सरयू जयंती जन्मोत्सव' की शुरुआत भी करेंगे। श्रीरामवल्लभकुंज के महंत राजकुमार दास के अनुसार, महोत्सव 5 से 11 जून तक चलेगा। मुख्यमंत्री दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे और पूर्णिमा के दिन यानी 11 जून को विशेष आरती का आयोजन किया जाएगा।

राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने स्पष्ट किया है कि 3 से 5 जून तक के कार्यक्रमों में किसी को भी व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित नहीं किया गया है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि प्राण प्रतिष्ठा की बात सुनकर अयोध्या न आएं। अगर दर्शन करना है तो सामान्य दिनों में आएं। चंपत राय ने यह भी स्पष्ट किया कि राम दरबार और शिखर मंदिर आम श्रद्धालुओं के लिए कुछ महीने बाद ही खोले जाएंगे।

प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। प्रमुख स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि दर्शनार्थियों को किसी तरह की असुविधा न हो। साथ ही, हर आयोजन स्थल पर पूरी चौकसी बरती जा रही है।