भोपाल: वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिये केंद्र सरकार ने मप्र में बांस रोपण के लिये 21 करोड़ 55 लाख 50 हजार रुपये की कार्ययोजना मंजूर की है। इसके तहत इस साल 5 हजार 300 हैक्टेयर में राष्ट्रीय बांस मिशन योजना के तहत बांस पौधा रोपण किया जायेगा जबकि 1 हजार हैक्टेयर में मनरेगा योजना के तहत बांस रोपण किया जायेगा।
यह जानकारी वन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया की अध्यक्षता में आयोजित मप्र बांस मिशन की कार्यकारी समिति की बैठक में दी गई है। बैठक में बताया गया है कि प्रदेश में बांस उत्पाद निर्माण एवं प्रसंस्करण की निजी क्षेत्र में 8 इकाईयां है। इसके अलावा, बांस मिशन के तहत 600 प्रशिक्षणार्थी कृषकों/शिल्पियों को कौशल उन्नयन हेतु प्रशिक्षण दिया गया है।
अब तक विभिन्न बांस इकाईयों द्वारा 8 लाख 14 हजार बांस पोल्स विक्रय किये जा चुके हैं जबकि सतना एवं सीधी में स्थित एफपीओएस द्वारा ओरिएंट पेपर मिल अमलाई को 1025.46 मीट्रिक टन बांस सप्लाई किया जाकर स्थानीय कृषकों को सीधा लाभ दिया गया है।
पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में केंद्र ने 18 करोड़ 8 लाख 51 हजार रुपयों की वार्षिक कार्ययोजना बांस मिशन हेतु मंजूर की थी जिसके अंतर्गत 7 हजार 890 हैक्टेयर में बांस पौध रोपण करवाया गया है। इस योजना में 15 करोड़ 42 लाख 17 हजार रुपये अनुदान स्वीकृत किया गया।
मनरेगा योजना के तहत गत वर्ष 1125 हैक्टेयर वन क्षेत्र में बांस का रोपण कराया गया। बैठक में बताया गया कि बांस की चिन्हित प्रजातियों के टिशु कल्चर पौधों की दर 29 रुपये 50 पैसा इस साल भी यथावत रखी गई है।