MP में बारिश का दौर जारी, मौसम विभाग ने जारी की चोतावनी..14 जिलों में अति भारी और 22 जिलों में भारी बारिश की


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स्टोरी हाइलाइट्स

जबलपुर, रीवा, शहडोल, मंडला, नरसिंहपुर, उमरिया, शिवपुरी, सागर के साथ-साथ ग्वालियर संभाग के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं..!!

मध्य प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है। कई जिलों में भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। बुधवार 9 जुलाई को 30 से ज़्यादा जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की गई। गुरुवार 10 जुलाई को भी 14 जिलों में बहुत भारी बारिश और 22 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। 

राज्य में पिछले एक हफ्ते से भारी बारिश हो रही है। मंडला, नरसिंहपुर, उमरिया, शिवपुरी समेत कई जिलों में बाढ़ के हालात हैं। मंडला में नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसके कारण पुलों से पानी बह रहा है और सड़कें बंद हैं।

मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को जबलपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, सिवनी, दमोह, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इन जिलों में 24 घंटे में 8 इंच तक बारिश होने की संभावना है। 

वहीं, ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, रायसेन, सागर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, कटनी, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सिद्धि और सिंगरौली में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। यहां अगले 24 घंटों के दौरान 2.5 से 4.5 इंच बारिश हो सकती है।

बुधवार को भी प्रदेश में भारी बारिश जारी रही। 30 से ज़्यादा ज़िलों में बारिश हुई। दमोह में 9 घंटे में लगभग 4 इंच पानी बरसा। शिवपुरी में 3 इंच, छतरपुर के नौगांव-सतना में 1.8 इंच और सिद्धि में 45 इंच बारिश हुई। बैतूल, दतिया, इंदौर, छिंदवाड़ा, जबलपुर, खजुराहो, रीवा, सागर, उमरिया, बालाघाट, कटनी, मैहर, टीकमगढ़, सीहोर, अशोकनगर, विदिशा, मुरैना में बारिश जारी रही। भोपाल में दिन में आसमान साफ़ रहा, लेकिन रात में हल्की बारिश हुई। प्रदेश के कई ज़िलों में मौसम का मिज़ाज बदल गया।

मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को जबलपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, सिवनी, दमोह, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में भारी बारिश की चेतावनी है। इन जिलों में 24 घंटे में 8 इंच तक बारिश होने की संभावना है। वहीं, ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, रायसेन, सागर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, कटनी, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। अगले 24 घंटों के दौरान यहां 2.5 से 4.5 इंच बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि प्रदेश में दो द्रोणिकाओं का प्रभाव है। साथ ही एक चक्रवाती परिसंचरण तंत्र भी सक्रिय है। इसके चलते कहीं अति भारी तो कहीं भारी बारिश हो रही है। अगले कुछ दिनों में एक कम दबाव के क्षेत्र की सक्रियता देखने को मिलेगी। बारिश का यह दौर जारी रहेगा।

मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिन यानी 13 जुलाई तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश का दौर रहेगा। 12 जुलाई को मालवा-निमाड़ यानी इंदौर और उज्जैन संभाग में भी भारी बारिश की संभावना है। इस मानसून में इन दोनों संभागों में कम बारिश हुई है। बता दें कि इस बार देश में मानसून 8 दिन पहले ही आ गया। महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में यह तय समय से पहले ही पहुंच गया। 

उम्मीद थी कि यह जून के पहले हफ्ते में मध्य प्रदेश पहुंच जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पिछले 15 दिनों से मानसून महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ में एक ही जगह ठहरा हुआ था। इस वजह से यह मध्य प्रदेश में प्रवेश नहीं कर पाया। मानसून 13-14 जून को आगे बढ़ा था। हालांकि, यह 1 दिन देरी से 16 जून को राज्य में पहुंचा। हालांकि, मानसून ने महज 5 दिनों में ही पूरे राज्य को कवर कर लिया।