भोपाल: प्रदेश में भाजपा को लोकसभा की 29 सीटें दिलाने में प्रदेश भाजपा के अंतर्गत बनाये चुनाव प्रबंधन के सामाजिक सम्पर्क विभाग ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। दरअसल चुनाव प्रबंधन के अंतर्गत करीब 37 विभाग बनाये गये थे जिसमें सामाजिक सम्पर्क विभाग भी गठित था।
इस विभाग ने सभी लोकसभा एवं विधानसभा क्षेत्रों में अपने सामाजिक सम्पर्क प्रमुख भी नियुक्त किये थे तथा इनका कार्य साहू, जायसवाल, आदिवासी, अधिवक्ता संघ, गायत्री परिवार आदि विभिन्न छोटी-छोटी जातियों एवं संगठनों के बीच जाकर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाना था। इसके लिये संबंधित जाति एवं संगठनों के भाजपा नेताओं को ही लगाया गया और भेजा गया।
सामाजिक सम्पर्क विभाग ने खाली जातियों को भी साधा तथा खाली जातियां वे होती हैं जिसमें से किसी को लोकसभा का टिकट नहीं मिला है, लुहार, नाई, धोबी आदि शामिल हैं।दरअसल भाजपा हाईकमान ने सभी राज्य इकाइयों को चुनाव प्रबंधन के अंतर्गत सामाजिक सम्पर्क विभाग बनाने के लिये कहा था। सभी राज्यों में ये बने भी परन्तु मप्र में इसका अच्छा काम रहा जबकि उप्र जैसे बड़े राज्य में इसने ज्यादा सक्रियता नहीं दिखाई जिसके कारण उप्र में परिणाम भाजपा के लिये पूरी तरह अनुकूल नहीं रहे।