वनों की सुरक्षा के लिये एसएएफ की तीन बटालियन और मांगी


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स्टोरी हाइलाइट्स

वर्तमान में वन विभाग के पास एसएएफ की तीन बटालियन हैं..!!

भोपाल: राज्य के वन विभाग ने वनों एवं वन्यप्राणियों की सुरक्षा के लिये एसएएफ की तीन बटालियन और राज्य सरकार से मांगी हैं। वर्तमान में वन विभाग के पास एसएएफ की तीन बटालियन हैं जिनमें 8 वीं वाहिनी छिन्दवाड़ा, 15 वीं वाहिनी इंदौर एवं 26 वीं वाहिनी गुना है। 

इन तीनों बटालियनों में 221 सशस्त्र पुलिसकर्मी हैं जिन्हें 14 संवेदनशील वनमंडलों में लगाया गया है। लेकिन अब वन विभाग ने तीन और बटालियनों की मांग कर दी है जिन्हें अन्य संवेदनशील वनमंडलों में लगाया जायेगा।

फिर भेजा बंदूक चलाने का अधिकार का प्रस्ताव :

वन विभाग ने राज्य शासन को एक बार फिर वनकर्मियों को बंदूक चलाने का अधिकार देने का प्रस्ताव भेजा है। वर्तमान में वनकर्मियों के पास बंदूकें तो हैं परन्तु वे सिर्फ आत्मरक्षा के लिये ही बंदूक चला सकते हैं। 

हाल ही में उड़ीसा राज्य ने अपने वनकर्मियों को बंदूक चलाने का अधिकार प्रदान कर दिया है। इसी के आधार पर यह प्रस्ताव भेजा गया है। राज्य के वन विभाग ने सीआरपीसी की धारा 197 के तहत वनकर्मियों को संरक्षण देने की भी मांग राज्य शासन से की है। 

इस धारा के तहत किसी भी सरकारी कर्मचारी या अधिकारी के खिलाफ मुकदमा चलाने से पहले संबंधित विभाग के प्राधिकारी से मंजूरी लेना अनिवार्य है परन्तु प्रदेश के वन कर्मियों को इस धारा के तहत संरक्षण नहीं है।

यह मांग भी की है :

वन विभाग द्वारा राज्य शासन से वनकर्मियों के लिये पुलिसकर्मियों की तेरह 13 माह का वेतन देने तथा पौष्टिक आहार भत्ता देने की भी मांग की हुई है।