27 सितम्बर शुक्रवार शाम भारी बारिश के बीच उज्जैन में महाकाल मंदिर के गेट नंबर चार के पास एक दीवार गिर गई। मलबे में दबने से दो लोगों की मौत हो गई। वहीं, पांच लोग घायल हो गये। जिनमें से एक महिला और 3 साल के मासूम बच्चे को इंदौर रैफर किया गया है।
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ बचाव दल मौके पर पहुंच गया। भारी बारिश के बीच राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। घायलों को मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया।
बताया जा रहा है कि महाकाल मंदिर के पास महाराजवाड़ा स्कूल में रेनोवेशन का काम चल रहा है। यहां पर महाकाल फेज़ 2 का काम चल रहा है। यहां शुक्रवार सुबह से ही बादल छाए रहे। दोपहर में जोरदार बारिश हुई। जिस वक्त हादसा हुआ उस वक्त भारी बारिश हो रही थी।
हादसे के बाद बची हुई दीवार को गिराने का काम जारी है। क्षतिग्रस्त दीवार को जेसीबी से ढहाया जा रहा है।
होम गार्ड और एसडीईआरएफ के जिला कमांडेंट संतोष कुमार जाट ने बताया कि दीवार गिरने की घटना भगवान महाकाल की शाम की आरती से पहले हुई। मलबे में दो महिलाएं, एक पुरुष और दो छोटे बच्चे दब गए। जिन्हें बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया। फिलहाल घटनास्थल से मलबा हटा दिया गया है।
दो मृतकों और घायलों के नाम इस प्रकार हैं
1. फरीन पति आजाद राठौड़, 22 वर्ष, पता- जयसिंहपुरा।
2. अजय पिता ओमनाथ योगी उम्र 27 वर्ष पता- शिवशक्ति नगर उज्जैन
ये थे घायल
1 शारदाबाई पति सोहन लाल उम्र 40 वर्ष पता- ग्राम उज्जैनिया थाना पुरा
2 रूही पिता आजाद राठौड़ उम्र 3 वर्ष पता जयसिंहपुरा उज्जैन
इनमें से शारदा और रूही को इंदौर रैफर किया गया है।
जिस जगह हादसा हुआ वहां रहने वाले एक निवासी ने बताया कि उसका घर इस दीवार के बगल में है। दीवार बने एक साल भी नहीं हुआ। मैंने कमिश्नर से कहा कि दीवार चार फीट ऊंची करें। लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। यहाँ काली मिट्टी है। पहले भी यहां से जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं थी।
उज्जैन कलेक्टर और एसपी प्रदीप शर्मा और अन्य प्रशासनिक अमला मौके पर मौजूद है। बचाव दल राहत एवं बचाव कार्य में जुटा हुआ है।